नई दिल्ली। शाहीन बाग के लम्बे प्रदर्शन के बाद अब देश में जगह-जगह सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है और अब यह प्रदर्शन विभिन्न स्थानों पर लगातार अपना वृहद रुख अख्तियार करता जा रहा है। दिल्ली के जाफराबाद और यूपी के अलीगढ़ में सीएए के विरोध प्रदर्शन करने वालों के बीच जमकर संघर्ष की खबरें आ रहीं हैं और ऐसे में अब ऐसा लगता है कि राजनीति दलों के लोग सियासी रोटियां सेंकने के लिये देश को बदनाम करने में जुट गये हैं।
बाहर से प्रायोजित तो नहीं हो रहा यह प्रदर्शन
जिस तरह से एक पक्ष के लोग जहरीली बातों को उगल रहे हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शनकारियों का विस्तार हो रहा है उससे यही जाहिर होता है कि विदेशों से इस पूरे प्रदर्शन को वित्त पोषित किया जा रहा है। संभावना यह भी है कि देश का माहौल खराब करने के लिये चंद्रशेखर, शरजिल इमाम, कन्हैया कुमार, वारिस पठान जैसे तमाम छुटभैया नेताओं की फौज को विदेश से आर्थिक मदद के जरिये पूरे विरोध प्रदर्शन को सींचा रहा है। अगर मान भी लें कि ऐसा नहीं है तो आखिर देश में गरीब होने की दुहाई देने वाले इन छुटभैया नेताओं पर पूरे प्रदर्शन को अंजाम तक ले जाने के लिये रकम कहां से आ रही है?
ट्रम्प को एहसास कराने का भी मुद्दा गरमाया
24 फरवरी यानी सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत यात्रा पर रहेंगे, उनकी यात्रा से ठीक एक दिन पहले पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम दी हैं। जाफराबाद के अलावा पूर्वी दिल्ली के ही खुरेंजी और चांदबाग में भी प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर धरना देना शुरु कर दिया है। इसे राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे के बीच नागरिकता के मुद्दे को जोरशोर से उठाने की सोची-समझी रणनीति के रुप में देखा जा रहा है।
चर्चा है कि ट्रंप अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से धार्मिक समानता के मुद्दे पर बातचीत कर सकते हैं, इसलिए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को एक नया तेवर देकर इस मुद्दे को बड़ी सुर्खियों में बदलने की कोशिश की जा रही है। अगर राष्ट्रपति ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर कुछ भी बात करते हैं और कोई बयान दे देते हैं तो यह प्रदर्शनकारियों की बड़ी नैतिक जीत के रुप में देखा जाएगा, इसीलिए शाहीन बाग की तर्ज पर जाफराबाद में प्रदर्शन तेज हो गया है।
अलीगढ़ में भी कमोवेश यही हालात
उत्तर प्रदेश के अलगीढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई है। पुलिस के मुताबिक, कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित रूप से पत्थर फेंकने के बाद झड़पें हुईं, जिससे पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले का सहारा लिया। भीड़ द्वारा एक पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गई है और कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए हैं।