नागवासुकि से अरैल के बीच संगम के 16 घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की गई है। महिलाओं के लिए 700 चेंजिंग रूम बना गए हैं। वर्ष 2018 के मेले में 5 सेक्टर थे, जबकि इस बार 6 सेक्टर में मेला बसाया जा रहा है। माघ मेले के दौरान रेलवे ने मकर संक्रांति पर्व पर 225 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है।माघ मेला पहली बार 2500 बीघा क्षेत्रफल में बसाया गया है। पिछले साल इसका दायरा 2000 बीघा था। यहां करीब पांच लाख तंबुओं व तिरपाल का अस्थायीशहर बयाया गया है। माघ मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा से हुई है। मकर संक्रांति पर्व पर मुख्य स्नान होगा। इसके लिए सोमवार से ही श्रद्धालु संगम पहुंचे लगे थे। बुधवार को मकर संक्रांति पूर्व पूरे देश में मनाया जाएगा। लेकिन मंगलवार से ही लोगों ने स्नान-दान शुरू कर दिया है।
मकर संक्रांति की यह पौराणिक मान्यताएं
भारतीय विद्या भवन के प्राचार्य डॉ. त्रिवेणी प्रसाद त्रिपाठी के मुताबिक मकर संक्रांति के साथ कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हैं। माना जाता है कि इस दिन सूर्य भगवान अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उनके घर जाते हैं। शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं। इसलिए इस दिन को मकर सक्रांति के नाम से जाना जाता है। ये भी कहा जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने असुरों का अंत कर युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी व सभी असुरों का सिर मंदार पर्वत में दबा दिया था। उसी दिन से मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है।
यह भी माना जाता है मकर संक्रांति के दिन ही गंगा जी भागीरथ के पीछे- पीछे कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में उनसे जा मिली थी। अन्य मान्यता है कि गंगा को धरती पर लाने वाले भागीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इस दिन तर्पण किया था,जिसे स्वीकार कर गंगा समुद्र में जाकर मिल गई थी। ये भी मान्यता है कि सर शय्यापर लेटे हुए भीष्म पितामह ने अपना शरीर त्यागने के लिए मकर संक्रांति के दिन का ही चयन किया था। एक अन्य मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन ही यशोदा ने कृष्ण जन्म के लिए व्रत किया था, जिसके बाद मकर संक्रांति के व्रत का प्रचलन हुआ।
संक्रांति पर दान का विशेष महत्व
संक्रांति पर दान करने का विशेष महत्व है। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए दान का अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन जरूरतमंद लोगों को कंबल, गर्म वस्त्र, घी, दाल-चावल की खिचड़ी आदि का दान करें। गरीबों को भोजन कराएं तो और भी ज्यादा शुभ रहता है।
प्रमुख स्नान-
तारीख | प्रमुख स्नान | श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान |
15 जनवरी | मकर संक्रांति | 80 लाख |
24 जनवरी | मौनी अमावस्या | 25 लाख |
30 जनवरी | बसंत पंचमी | 75 लाख |
09 फरवरी | माघी पूर्णिमा | 75 लाख |
21 फरवरी | महाशिवरात्रि | 15 लाख |
एडिलेड। सऊदी अरब में अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच इस हफ्ते होने वाली महत्वपूर्ण…
नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि भारत के 5एफ विजन – फार्म (खेत) से…
नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘विकसित…
नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हो गया है। यहां महाकुंभ की…
KMC Cancer Hospital में अन्तर्राष्ट्रीय ओएमएफ डे के अवसर पर कैंसर गोष्ठी का आयोजन किया…
Aaj Ka Rashifal: आज के राशिफल में क्या कुछ लिखा है इसे जानने के लिये…
This website uses cookies.