ढाई सौ बेड के एल-वन कोविड अस्पताल में आईएमए के द्वारा 12 डॉक्टर व 12 नर्स की होगी व्यवस्था, 4 वेंटिलेटर भी होंगे उपलब्ध

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गाज़ियाबाद। कोविड-19 मोहम्मदी को दृष्टिगत रखते हुए जनपद गाजियाबाद में करोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने तथा कोरोना से होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से शासन से नामित नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभागार में दो चरणों में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। प्रथम चरण में नोडल अधिकारी के द्वारा जनपद के आईएमए के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करते हुए उनका आवाहन किया कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में आईएमए के सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में आईएमए के सभी सदस्यों का भी काफी महत्वपूर्ण योगदान है।

संकट की इस घड़ी में उन्हें भी आगे बढ़कर जिला-प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का भरपूर सहयोग करना चाहिए। नोडल अधिकारी के इस आवाहन को आईएमए के सदस्यों के द्वारा बहुत ही सकारात्मक रूप से लेते हुए जिला-प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया गया। जनपद में स्1 कोविड अस्पताल ढाई सौ बेड का शुरू करने के उद्देश्य से आईएमए के द्वारा 12 डॉक्टर एवं 12 स्टाफ नर्स स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के साथ-साथ 4 वेंटिलेटर भी व्यवस्था करने का आश्वासन नोडल अधिकारी को दिया गया हैं। इस अवसर पर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी, मुख्य विकास अधिकारी अश्मिका लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनके गुप्ता तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण एवं आईएमए के सदस्यों द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया।
दूसरे चरण की बैठक नोडल अधिकारी के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभागार में शाम 3 बजे आहूत की गई। इस अवसर पर नोडल अधिकारी ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों का आवाहन करते हुए कहा कि जनपद गाजियाबाद के कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा वर्तमान तक अधिकतम क्षमता के साथ कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री की स्पष्ट मंशा है कि हम सभी को मिलकर कोरोना की मृत्यु दर को प्रत्येक स्तर पर घटाने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। इस संदर्भ में उन्होंने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों का आवाहन करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों के द्वारा अधिक से अधिक फील्ड में रहकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाए ताकि जनपद में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से तत्काल प्रभाव से रोकने की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सकें। 

इसके लिए उन्होंने पुणे सर्वलेंस का कार्य अधिक क्षमता के साथ करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमित सिंप्टोमेटिक व्यक्तियों की तत्काल प्रभाव से जांच करते हुए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सामंजस्य बैठक है ताकि सभी प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण एक साथ मिलकर और अधिक क्षमता के साथ आगे कार्य करते हुए करोना मृत्यु दर को घटाने के लिए विशेष प्रयास कर सकें। इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि स्1 अस्पताल में स्2 एवं एल 3 में मरीजों की हालत को देखते हुए समय रहते शिफ्टिंग का कार्य प्राथमिकता के आधार पर सभी चिकित्सकों के द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा ताकि कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकें। 
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संचालित किया जाए ताकि आम नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित किया जा सकें। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के द्वारा नागरिकों के द्वारा काढ़े का प्रयोग, विटामिन सी की गोलियों के प्रयोग के संबंध में प्रचार प्रसार करने के लिए आवाहन किया गया। दोनों महत्वपूर्ण बैठक में केजीएमयू के प्रोफेसर अनिल चंद्रा भी उपस्थित रहें हैं। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे, गाजियाबाद प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कंचन वर्मा, नगर आयुक्त दिनेश चंद्रा, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अपर जिलाधिकारीगण, नगर मजिस्ट्रेट एवम् समस्त उपजिलाधिकारीगण एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे हैं।
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