- फाईज़ अली सैफी, ई-रेडियो इंडिया
गाज़ियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी एवम् एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन एवं नवागत क्षेत्राधिकारी सदर गाज़ियाबाद धर्मेद्र सिंह चौहान के निर्देशन में व थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश के नेतृत्व में थाना मुरादनगर पुलिस के उपनिरीक्षक पम्मी चौधरी, सुरेश कुमार, निरंजन सिंह सिरोही, सिपाही अजय मलिक, नवीन पाठक और सिपाही राजेश कुमार को रविवार शाम मुखबिर की सूचना पर उस समय महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी, जब पुलिस ने नकली सीमेंट को विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों का नाम देकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 7 शातिर अभियुक्तों को गिरफ़्तार करने में सफलता प्राप्त की।
पुलिस को इनके पास से 47 कट्टे एसीसी, 50 कट्टे श्री के सीमेंट के कट्टे बरामद हुए है। इतना ही नहीं, पुलिस को इनके पास से 70 खाली नए कट्टे जेके सुपर, 30 कट्टे खाली बिरला उत्तम, 70 खाली कट्टे अंबुजा, 75 खाली कट्टे एसीसी सीमेंट के भी बरामद हुए हैं। हालांकि, पुलिस को इनके पास से एक बड़ा झरना, 2 तसले, 2 कुंडे और एक इलेक्ट्रॉनिक-तराजू सहित एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी बरामद हुई हैं
वहीं, पुलिस को पकड़े गए शातिर अभियुक्तों ने अपना नाम देवेंद्र पुत्र रणजीत, संजय चौधरी पुत्र नथुराम निवासी थाना मुरादनगर, संजय पुत्र रामवृक्ष, वीरू पुत्र रामनिवास, मिथिलेश पुत्र महेंद्र पासवान निवासी थाना कविनगर, बंटी पुत्र वेदपाल निवासी थाना गुन्नौर संभल, और सातवें ने निसार पुत्र जगाल निवासी थाना ककुल कानपुर बताया हैं।
गौरतलब है कि पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तगण वीरू, संजय, संजय चौधरी, बंटी और अभियुक्त मिथिलेश ने अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि देवेंद्र पुत्र रणजीत और जयंती प्रसाद निवासी थाना कविनगर गाजियाबाद नकली/खराब सीमेंट को गोदाम में इकट्ठा करके ट्रॉली में भरकर लेकर आते हैं। अभियुक्तगणों ने बताया कि फिर वह नकली/खराब सीमेंट को निकालकर पीसकर तथा छानकर नए कट्टों में पैकिंग किया करते हैं, और फिर तैयार किए गए इस नकली/खराब सीमेंट को असली दिखने वाले सीमेंट को जालसाजी से दुकानों पर 3,30 और 3,50 रुपए प्रति कट्टे के रूप में बेच दिया करते हैं। जिससे अभियुक्त गण काफी अच्छा मुनाफा कमाते हैं, और फिर उस मुनाफे को आपस में बांट लिया करते हैं।