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सेना में लेफ्टिनेंट बने अनंत सिंह तोमर

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गया (बिहार) में हुई पासिंग आउट परेड में मिली अहम जिम्मेदारी
-सैन्य अधिकारियों, परिजनों और सभी शुभचिंतकों ने दी बधाई

मेरठ। मेरठ निवासी प्रधानाचार्य सुखेंद्र पाल सिंह तोमर के पुत्र अनंत सिंह तोमर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। शनिवार को गया (बिहार) की आफिसर्स ट्रेनिंग ऐकेडमी में हुई पासिंग आउट परेड में उन्हें सेना में अहम जिम्मेदारी मिली। इस मौके पर अनंत के माता-पिता, भाई और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। पासिंग आउट परेड के बाद सैन्य अधिकारियों, उनके परिजनों और शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी।
अनंत सिंह तोमर केवी इंटर कालेज, महलवाला, मेरठ के प्रधानाचार्य सुखेंद्र पाल सिंह के छोटे बेटे हैं। सुखेंद्र पाल सिंह का मूल निवास बढ़ला कैथवाड़ा, सिसौली मेरठ है, जबकि इस समय वह जाग्रति विहार, मेरठ में रहते हैं। वह जिला पंचायत मेरठ के सदस्य भी रह चुके हैं। अनंत सिंह तोमर बचपन से ही होनहार छात्र रहा है। कक्षा एक से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई उसने सैंट मैरीज एकेडमी, मेरठ कैंट से पूरी की। कक्षा छह में ही उसने ठान लिया था कि भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करनी है। अनंत ने अपने पहले ही प्रयास में वर्ष 2018 में इलाहाबाद से एसएसबी क्वालीफाई कर लिया था। इसके बाद ओटीए गया (बिहार) से एक वर्ष की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग (बीएमटी) पूरी की। इस समय वह एमसीईएमई सिकंदराबाद (तेलंगाना) से मैकेनिकल ब्रांच से इजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। पासिंग आउट परेड के बाद शेष बची एक वर्ष की इंजीनियरिंग की पढ़ाई लेफ्टिनेंट के रूप में पूरी करेगा। इसके बाद वह अपनी रेजीमेंट ज्वाइन करेगा।
अनंत सिंह तोमर के बड़े भाई अरुण सिंह तोमर एमबीए करने के बाद आईसीआईसीआई बैंक चंडीगढ़ में आरएम हैं जबकि उनकी माताजी श्रीमती प्रतिभा सिंह गृहणी हैं। अनंत सिंह तोमर के सेना में लेफ्टिनेंट बनने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्हें और उनके परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बचपन में ही ठान लिया था कि सेना में जाना है
शनिवार को आफिसर्स ट्रेनिंग ऐकेडमी गया, बिहार में पासिंग आउट परेड के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने अनंत सिंह तोमर ने बचपन में ही ठान लिया था कि वह सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करेंगे। कैप्टन विक्रम बत्रा को वह अपना रोल मॉडल मानते हैं। अपनी कामयाबी का श्रेय वह अपने मम्मी-पापा और गुरुजनों को देते हैं।
लेफ्टिनेंट बनने के बाद अनंत सिंह तोमर ने कहा कि आज मेरा बचपन का सपना और मम्मी-पापा का आशीर्वाद पूरा हो गया है। मैंने सैंट मैरीज एकेडमी, मेरठ कैंट से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद ओटीए गया (बिहार) से बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग (बीएमटी) पूरी की। एमसीईएमई सिकंदराबाद (तेलंगाना) से मैकेनिकल ब्रांच से इजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के दौरान जब सैन्य अधिकारी हमारे विद्यालय के कार्यक्रमों में पुरस्कार देने आते थे तो मैं सोचता था कि एक दिन मैं भी इसी प्रकार सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करूंगा। खास बात यह रही कि वर्ष 1999 में जब मेरा जन्म हुआ तो कारगिल का युद्ध चल रहा था। हालांकि मुझे उस समय कुछ भी पता नहीं था लेकिन जैसे-जैसे समझ हुई, वैसे-वैसे सेना के प्रति रुचि बढ़ती चली गई। सेना से संबंधित मूवी देखकर भी बहुत सी जानकारियां मिलीं। बचपन में ही सोच लिया था कि सेना में जाना है। आज मेरा वह सपना पूरा हो गया।

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Santram Pandey

पत्रकारिता के 40 बसंत पार कर चुके संतराम पांडे, पूर्णकालिक पत्रकार हैं और खाटी पत्रकारिता के जीवंत उदाहरण स्वरूप अंकुरित प्रतिभाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में ई-रेडियो इंडिया के वरिष्ठ संपादक हैं।

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