मेरठ, । वेस्ट यूपी के सभी जिलों में आज बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंकों की हड़ताल रही। कई जगहों पर बैंक कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की तो कई जगहों पर एटीएम से पैसे गायब रहे। ग्राहकों को पैसे नहीं मिलने से वे परेशान रहे। 16 मार्च को भी हड़ताल के माध्यम से बैंक सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे। जिससे सरकार अपने फैसले वापस ले।
बैंक एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि अगर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक निजी हो गए तो ग्राहकों पर आगे चलकर कई तरह के वित्तीय बोझ बढ़ेंगे। बैंकों की दो दिन की हड़ताल से बैंकिंग सेवा ठप हो गई है। हालांकि आनलाइन बैंकिंग और अन्य डिजिटल माध्यम से लेनदेन पर कोई असर नहीं है। बैंकों का इस साल में यह पहला हड़ताल और प्रदर्शन है।
शनिवार को भी बैंक बंद रहे। रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहा सोमवार और मंगलवार दो दिन बैंकों की हड़ताल रहेगी। इसकी वजह से बैंकों में लेनदेन चेकों का क्लीयरेंस सब कुछ प्रभावित हो रहा है।
बैंक कर्मचारी अपने-अपने ब्रांच के बाहर प्रदर्शन कर सरकार को अपने फैसले वापस लेने की मांग कर रहे हैं। बैंक के अधिकारी, कर्मचारी ने एकजुट होकर जमकर नारेबाजी की। आल इंडिया राष्ट्रीयकृत बैंक अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर मेरठ सहित देशभर में राष्ट्रीय कृत बैंक हड़ताल पर हैं।