- संवाददाता, मेरठ
CCSU 32 Dikshant Samaroh: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षान्त समारोह का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा जी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर किया। उन्होंने कहा कि हम सब प्रयास व स्पर्धा कर तथा तकनीक का उपयोग कर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश है तथा समाज में परिवर्तन लाने के लिए हिम्मत से आगे बढना होता है। उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खरखौदा की छात्राओं को फल की टोकरी भेंट की। उपाधि प्राप्तकृर्ता छात्र-छात्राओं ने एक स्वर में कहा कि हम प्रतिज्ञा करते है कि हम आजीवन इस उपाधि के योग्य सिद्ध होंगे। कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रगान हुआ।
कुलाधिपति विश्वविद्यालय/राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होने कहा कि किसानों के परमहितैषी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के नाम से प्रसिद्ध इस विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पे्रक्षागृह में उपस्थित आप सभी महानुभावों का मैं हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करती हॅू। उन्होने कहा कि युग-युगीन परंपरा में सतयुग से लेकर आज तक जीवंत भूमिका का निर्वहन करने वाली नगरी मेरठ मेें अवस्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में आपके सम्मुख उपस्थित होकर मुझे अतीव प्रसन्नता हो रही है।
- चौधरी चरण सिंह वि0वि0 का 32वां दीक्षान्त समारोह सफलतापूर्वक सम्पन्न
- गंगा जमुना के अमृतवाणी जल से सिंचित होकर यह क्षेत्र शस्त्र-श्यामला भूमि के रूप में पोषित- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी
- हम सभी प्रयास व स्पर्धा कर तथा तकनीक का उपयोग कर आगे बढ़े- उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जी
- भारत एक युवा देश, समाज में परिवर्तन लाने के लिए हिम्मत से आगे बढे- उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जी
- सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय चौधरी चरण सिंह विवि: प्रो0 एनकेतनेजा
CCSU 32 Dikshant Samaroh: राज्यपाल ने इतिहास पर डाला प्रकाश, कही ये बातें
कुलाधिपति विश्वविद्यालय/राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि भारत के स्वातंत्रय आंदोलन में इस नगरी ने न केवल सैनिको का नेतृत्व किया बल्कि बाल, वृद्ध, नर नारी के साथ-साथ संयासियों को भी उद्वेलित करके इसमें सहभाग करने को प्रेरित किया। यह क्षेत्र विश्ववंद्य भाषा हिन्दी की जन्मस्थली के रूप में विख्यात है। गंगा जमुना के अमृतवाणी जल से सिंचित होकर यह क्षेत्र शस्त्र-श्यामला भूमि के रूप में पोषित है और इन्हीं दोनो पवित्र नदियो के दोआब के रूप में प्रतिष्ठित है। ऐसी नानाविध विशिष्टताओं से परिपूर्ण इस क्षेत्र का मैं न केवल आभार व्यक्त करती हूॅ बल्कि यह अपेक्षा भी करती हूॅ कि अपनी विषेषताओं के अनुरूप ही यह क्षेत्र अपनी भूमिका का निवर्हन करेगा और मां भारती को जगदगुरू के सिंहासन पर पुनः प्रतिष्ठापित करने में सक्रिय रहेगा।
विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा जी ने कहा कि पष्चिमी उ0प्र0 के प्रत्यक्ष सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का साक्षी तथा धरतीपुत्र चौधरी चरण सिंह के नाम से स्थापित यह विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियो के माध्यम से न केवल इस क्षेत्र की समस्त चिंताओं एवं समस्याओं से अवगत होकर उनके निदान के लिए क्रियाषील है बल्कि अपने विद्यार्थियों के माध्यम से संपूर्ण देश और मानवता की सेवा में संलग्न है। उन्होने कहा कि मुझे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर अति प्रसन्नता हो रही है। यद्यपि इस विश्वविद्यालय में मैं पूर्व में भी कई बार आ चुका हूॅ किंतु दीक्षांत समारोह के अवसर पर यह मेरी प्रथम उपस्थिति है।
अनुशासन पर फिदा हुए उप-मुख्यमंत्री
विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा जी ने कहा कि दीक्षांत समारोह में उपस्थित शिक्षकों व छात्र-छात्राओं के अनुशासन को देखकर अत्यंत प्रषंसा हुयी है। उन्होने कहा कि मेडल पाने वालो में 80 प्रतिषत छात्राएं है जबकि छात्रो की संख्या कम है। उन्होने छात्रो से कहा कि प्रगति करो, उन्नति करो, पढने में और अधिक आपका परिश्रम सार्थक बने नही तो उ0प्र0 में भी हमको अंतर्राष्ट्रीय पुरूष दिवस मनाना पडेगा। उन्होने सभी मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओ के उज्जवल भविष्य की कामना की।
मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद प्रो0 एम0एन0 पटेल ने कहा कि भारतवर्ष की ऐतिहासिक, पौराणिक एवं सांस्कृतिक धरोहरो से समृद्ध, प्रगति और धर्म परिवर्तन की परंपराओं से ओत-प्रोत, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के हृदय स्थल मेरठ नगर में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में आप सबके मध्य उपस्थित होना मेरे लिए निष्चय ही अपार आनंद का विषय है। उन्होने कहा कि औद्योगिक प्रगति एवं प्रचुर कृषि संपदा से युक्त यह क्षेत्र हमेषा राष्ट्र-सुदृढीकरण में अपना महत्वपूर्ण अंषदान करता रहा है तथा यहां के युवाओ की अदम्य ऊर्जा से युक्त अपार संभावनाएं राष्ट्र के उज्जवल भविष्य की आकांक्षा रखने वाले नागरिको को पर्याप्त संबल प्रदान करती रहीं है।
विवि कर रहा सौर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन: प्रो. एनके तनेजा
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0तनेजा ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या रखते हुए बताया कि विश्वविद्यालय 222 एकड़ भूक्षेत्र में विकसित है। विश्वविद्यालय में नवाचारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत 40 यूनिट रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कार्यरत है। विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला ऐसा संस्थान है जो कि सौर ऊर्जा से 1260 किलो वाॅट विद्युत का उत्पादन करता है। उन्होंने कुलाधिपति/राज्यपाल व मुख्य अतिथि के जीवन वृत्त पर भी प्रकाश ड़ाला।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा जी ने वर्ष 2020 के लिए कुलाधिपति स्वर्ण पदक एम0पी0एड के छात्र मुकुल चौधरी को तथा डा0 शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक, एम0फिल0 उद्यानिकी के शोभित शर्मा को तथा किसान ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पुरस्कारों में चौधरी चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार में बी0एस0सी0 कृषि में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रवीण कुमार को 8000 रूपये पुरस्कार प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह तथा बी0एस0सी0 कृषि में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रांषू वर्मा को 6000 रूपये पुरस्कार प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए।
विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा जी ने प्रायोजित स्वर्ण पदक वर्ष 2020 में विभिन्न संकायों में शैक्षणिक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले 55 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए तथा वर्ष 2020 में कुलपति स्वर्ण पदक एवं विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र मंे 168 छात्र-छात्राओं को प्रदान किए तथा वर्ष 2020 में विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र (विश्वविद्यालय परिसर) में 23 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, प्रति कुलपति वाई0 विमला, मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी के0 बालाजी सहित अन्य अधिकारीगण, गणमान्य लोग व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।