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बच्चों को उल्टी दस्त, डायरिया के दौरान लापरवाही पड़ सकती है भारी – डॉ महेश सोम

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मेरठ। भीषण गर्मी के मौसम में बच्चों को उल्टी दस्त व डायरिया का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। कुछ बच्चे तो ठीक से साफ-सफाई का ध्यान न देने की वजह से डायरिया के शिकार होते हैं। डायरिया पेट से जुड़ी एक मुख्य बीमारी है। यह संक्रमित खाने या पीने के कारण होता है।


डायरिया से मरने वाले बच्चों में लगभग 88% बच्चे ऐसे होते हैं जो गन्दगी से भरे हुए माहौल में रहने के कारण और गन्दा पानी पीने के कारण डायरिया के शिकार हो जाते हैं। यह बाते सरधना के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश सोम ने बताई। उन्होंने बताया की आजकल जो मौसम चल रहा है इसमें अधिकांश बच्चे उलटी दस्त के रोग से पीड़ित पाए जा रहे है।


डॉ महेश सोम ने बच्चो को डायरिया से बचाने के लिये कुछ जरूरी उपाय बताए हैं। जिनका ध्यान रखकर छोटे बच्चो को बीमारियों से बचा सकते है। उन्होंने बताया कि अपने घरों में सफाई का विशेष ध्यान रखें, माता-पिता के लिये यह बहुत ज़रूरी है कि घर को हमेशा साफ़ सुथरा रखें। बच्चों को कुछ भी खिलाने या पिलाने से पहले अपने हाथों को साबुन या सेनेटाइजर की मदद से अच्छे से साफ़ कर लें। किसी गन्दी चीज को छू लेने के बाद या किसी दूसरे के घर से आने के बाद भी अपने हाथों को ज़रूर धो लें।
उन्होंने बताया कि साफ-सफाई न रखने से 8 प्रकार के इंफेक्शनहो सकते हैं !

गर्मी के इस मौसम में बच्चों को साफ पानी पिलायें, यह सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात है। पीने वाला पानी अच्छे से उबला हुआ हो और फ़िल्टर करके साफ़ सुथरी जगह पर स्टोर किया गया हो। पानी में क्लोरीन टेबलेट डालकर उसे पीने योग्य बना सकते हैं। बच्चों को उल्दी दस्त के कारण डिहाइड्रेशन हो जाता है।


इस कारण शरीर से ज़रूरी मिनरल्स और पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं और शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है। बहुत ज्यादा डिहाइड्रेशन के कारण ब्रेन डैमेज या किसी अंग के ख़राब होने जैसी गंभीर बीमारियाँ भी हो सकती हैं। इसलिये ज़रूरी है कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट और पानी देते रहें जिससे वे डिहाइड्रेशन के शिकार न हो।
उन्होंने बताया कि डायरिया से पीड़ित बच्चे को आप सिर्फ पानी पिलाकर हाइड्रेटेड नहीं रख सकते हैं क्योंकि शरीर में बहुत तेजी से पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस लिए बच्चे को चिकित्सक के पास लेकर जाए। चिकित्सक की सलाह से ही बच्चे को खाने पीने को दिया जाए।

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Santram Pandey

पत्रकारिता के 40 बसंत पार कर चुके संतराम पांडे, पूर्णकालिक पत्रकार हैं और खाटी पत्रकारिता के जीवंत उदाहरण स्वरूप अंकुरित प्रतिभाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में ई-रेडियो इंडिया के वरिष्ठ संपादक हैं।

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