- संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
लखनऊ। कोरोना वायरस पर अब लगातार संकट और गहमा-गहमी के बादल मंडराते जा रहे हैं। कयास लगाये जा रहे हैं कि चीन ने जैविक या रसायनिक हथियार के जरिये कोरोना वायरस को बनाया है ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का माथा ठनक गया है। उन्होंने चीन को कहा है कि अगर गलती पायी गयी तो एक-एक मौत का बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार हैं तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
बता दें कि कई एजेंसियों ने चीन स्थित वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोरोना वायरस के लीक होने के दावे पिछले दिनों किए हैं। ट्रंप ने इन दावों की जांच की पुष्टि की। फॉक्स न्यूज ने अपनी एक खास खबर में कहा कि अमेरिकी खुफिया कर्मचारी प्रयोगशाला और रोगाणु के शुरुआती प्रकोप के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।
समाचार चैनल ने सूत्र के हवाले से कहा कि खुफिया विश्लेषक उन घटनाक्रमों को जुटा रहे है जिसकी सरकार को जानकारी है और असल में जो हुआ उसकी सही-सही तस्वीर बना रहे हैं।ट्रंप ने कहा कि, कई अजीब चीजें हो रही हैं लेकिन बहुत जांच होनी बाकी है और हम सच का पता लगा लेंगे। उन्होंने कहा, ‘वे (चीन) एक खास तरह के चमगादड़ की बात करते हैं लेकिन वो चमगादड़ उस क्षेत्र में नहीं है क्या आप इस बात पर विश्वास कर सकते हैं। उसे उस मीट क्षेत्र में भी नहीं बेचा गया था। वो 40 मील दूर था।’
चीनी प्रयोगशाला को अनुदान रोकेगा अमेरिका
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका वुहान में चतुर्थ स्तर की एक प्रयोगशाला को दिया जाने वाला अनुदान रोकेगा। उन्होंने कहा, ओबामा प्रशासन ने उन्हें 37 लाख डॉलर का अनुदान दिया था। हम इस राशि को जल्द ही बंद करेंगे। कई सांसदों के एक समूह ने सदन और सीनेट नेतृत्व को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लिए भविष्य में कोरोना वायरस के संबंध में कोई राहत राशि न दी जाए।