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बेसहारा गौवंश व निराश्रित पशुओ को शत-प्रतिशत आश्रय दिया जायेगा: मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह

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मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास ने की विभागीय मंडलीय समीक्षा बैठक
जनसहयोग व जनआंदोलन से गौ सेवा का करें कार्य, गौ सेवा प्रभु सेवा के समान- मंत्री पशुधन
ग्रामों में गौ अभ्यारण्य बनाये जाये, सरकार प्रयासरत-मंत्री
मंडल में 39827 पशु संरक्षित-अपर निदेशक पशुपालन

मेरठ । gaushala सर्किट हाऊस में विभागीय कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये मा0 मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने कहा कि अधिकारी पूरी सजगता व गंभीरतापूर्वक कार्य करे। उन्होने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी होंगे सम्मानित उनको दिया जायेगा प्रशस्ति पत्र तथा खराब कार्य करने वालो को दंडित किया जायेगा। उन्होने निर्देशित किया कि गौआश्रय स्थलो का नियमित निरीक्षण किया जायेगा, उनको ठीक रखा जाये तथा भूसा बैंक की स्थापना की जाये। उन्होने बताया कि प्रदेश में 15 अप्रैल से 05 मई तक भूसा संग्रह करने का अभियान चलाया जायेगा।


मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने मंडल की जनपदवार समीक्षा करते हुये अधिकारियों से ओपीडी संचालित होती है कि नहीं इसकी जानकारी ली, ब्लाॅको में डाक्टरो की स्थिति जानी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होने कहा कि किसानो को गायो के साथ एक-एक मुर्रा भैंस भी दी जाये जिससे उनका पूरा परिवार पल जायेगा और किसान संपन्न भी होंगे। उन्होने बैठक में अस्पतालो की स्थिति जानकर यह पता चला कि आप कहां खडे है।


मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने कहा कि गौचर की भूमि को चिन्हित किया जाये तथा अगर कहीं गौचर की भूमि पर अवैध अतिक्रमण है तो उसको छुडवाया जाये। उन्होने कहा कि ग्रामों में गौ अभ्यारण्य बनाये जाये इस ओर भी सरकार प्रयासरत है। उन्होने कहा कि बेसहारा गौवंश व निराश्रित पशुओ को शत-प्रतिशत आश्रय दिया जायेगा। उन्होने कहा कि भूसा संग्रह के लिए अभियान चलाया जाये। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह इसके लिए मा0 विधायकगणो से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें ताकि वह स्वयं भी भूसा दान में सहयोग कर सके।


मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह नियमित रूप से गौआश्रय स्थलो का निरीक्षण करें वहां भूसा प्रबंधन, हरा चारा तथा स्वच्छ पानी की व्यवस्था सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराये। उन्होने कहा कि एक गाय पालक को सरकार प्रतिमाह रू0 900-00 देती है। उन्होने कहा कि ऐसे गौ पालको को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि आगामी एक वर्ष में सडको पर, खेतो, शहरो व ग्रामों में बेसहारा गौवंश व निराश्रित पशु न दिखायी दे। उन्होने कहा कि इसके लिए जनसहभागिता भी आवश्यक है।


मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने कहा कि जनसहयोग व जनआंदोलन से गौ सेवा का कार्य करे। उन्होने कहा कि गौ सेवा प्रभु सेवा के समान है। उन्होने कहा कि पशुओ का एक विज्ञान होता है और यह विज्ञान आप जानते है। उन्होने कहा कि पशु अपना हित व अहित भी जानता है। उन्होने कहा कि गौशालाओ को स्वावलंबी बनाया जाये।


मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 100 दिन में विभाग द्वारा अनेको कार्य कराये जायेगे जिसमें विभागीय अधिकारियो को अनेको दायित्व दिये जा रहे है जिसमें गौ आश्रय स्थलो का नियमित निरीक्षण, वहां सभी व्यवस्थाएं ठीक हो इसको देखना, भूसा बैंक की स्थापना करना, टीकाकरण मेलो को आयोजन, बीमारियों/संक्रमण रोगो का रोकना आदि है। उन्होने कहा कि गाय का दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर पंचद्रव्य सभी महत्व की चीजे है।
मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास श्री धर्मपाल सिंह जी ने कहा कि विभाग में मोबाइल वैन आ गयी है जिसका जल्द ही मा0 मुख्यमंत्री जी से लोकार्पण कराकर जनपदो में भेजा जायेगा। इन मोबाइल वैन के माध्यम से प्रचार-प्रसार आदि कराये जा सकेंगे। उन्होने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। जीडीपी का आधार खेती है और खेती पशुओ से जुडी है। इसलिए सभी अधिकारी गंभीरतापूर्वक कार्य करें।


मंडलीय प्रगति बताते हुये अपर निदेशक पशुपालन डा0 ब्रजवीर सिंह ने बताया कि मंडल में 39827 कुल संरक्षित पशु है। उन्होने बताया कि मंडल में अस्थायी गौशाला 269 है जिसमें 32755 गौवंश संरक्षित है। कान्हा गौ शाला 09 है जिसमें 2124 गौवंश संरक्षित है। कांजी हाउस 08 है जिसमें 170 गौवंश संरक्षित है। गौ संरक्षण केन्द्र 16 है जिसमें 4778 पशु संरक्षित है। कुल 302 आश्रय स्थल है।


इस अवसर पर मंडल के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य मंडलीय व जिला स्तरीय, तहसील स्तरीय व ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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Santram Pandey

पत्रकारिता के 40 बसंत पार कर चुके संतराम पांडे, पूर्णकालिक पत्रकार हैं और खाटी पत्रकारिता के जीवंत उदाहरण स्वरूप अंकुरित प्रतिभाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में ई-रेडियो इंडिया के वरिष्ठ संपादक हैं।

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