मेरठ। यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 24 मार्च से शुरू हो चुकी है। 26 अप्रैल से सीबीएसई और आइसीएसई की बोर्ड परीक्षा भी शुरू होने वाली है। यूपी बोर्ड के छात्रों के कुछ प्रश्नपत्रों की परीक्षा हो गई है। ऐसे में जिनकी परीक्षा हो चुकी है, उसमें पेपर अच्छा हुआ या औसत। इसकी चिंता छोड़कर अगले प्रश्नपत्र की तैयारी में जुट जाना चाहिए।
मोबाइल की लत
काउंसलर डा. पूनम देवदत्त का कहना है कि बहुत से अभिभावकों की ओर से यह शिकायत आ रही है कि उनका बच्चा परीक्षा के दौरान भी मोबाइल नहीं छोड़ पा रहा है। कोविड के समय में आनलाइन पढ़ाई ने छात्रों में मोबाइल की आदत डाल दी है। काउंसलर ने कहा कि परीक्षा की तैयारी करते समय छात्रों को मोबाइल से दूरी रखनी चाहिए। यूट्यूब से पढऩे पर कई तरह के नोटिफिकेशन परीक्षार्थियों का ध्यान भी भंग कर सकते हैं। अभी तक जितनी पढ़ाई की है, उन सभी टापिक को दोहराने का प्रयास करना चाहिए। अगर कोई प्रश्न कठिन लग रहा है, तो उसे अपने शिक्षक से फोन पर भी समझ सकते हैं। कई छात्र परीक्षा के दौरान पूरी रात जग कर पढ़ते हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए। छह से सात घंटे की नींद जरूर लें। परीक्षा में किसी भी प्रश्न को मत छोड़ें।
सीबीएसई के छात्र न्यूमेरिकल का करें अभ्यास
सीबीएसई काउंसलर पूनम देवदत्त का कहना है कि सीबीएसई 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को गणित, विज्ञान, एकाउंट के न्यूमेरिकल प्रश्नों की खूब प्रैक्टिस करनी चाहिए। जो टापिक समझ में नहीं आ रहा है, उसे अपने शिक्षक से समझ लें। जो विषय कमजोर है, उसे थोड़ा अधिक समय देना चाहिए। छात्रों को मोबाइल पर कम समय देना चाहिए। अगर पढ़ाई के लिए मोबाइल पर जा रहे हैं तो उसका समय कम रखें।
बोर्ड के छात्रों की चल रहीं हैं अतिरिक्त कक्षाएं
सीबीएसई 10वीं और 12वीं के छात्र- छात्राओं की परीक्षा 26 अप्रैल से शुरू हो रही है। परीक्षा में एक महीने से कम समय बचा है। केंद्रीय विद्यालय और कुछ अन्य स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं भी चलाईं जा रही हैं। इसमें एक अप्रैल से कुछ स्कूल प्री बोर्ड भी कराने जा रहे हैं।