करोड़ों की ठगी कर फरार हुए पिता-पुत्र गिरफ्तार

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मेरठ। करोड़ों की ठगी कर चार साल पहले फरार हुए पिता-पुत्र को लालकुर्ती पुलिस ने दिल्ली से दबोचा लिया। दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। इस दौरान काफी लोग थाने पहुंच गये, जिन्होंने पिता-पुत्र पर करोड़ों की ठगी का आरोप लगाया है।
इंस्पेक्टर लालकुर्ती अतर सिंह के अनुसार 7 अक्टूबर 2018 को बेगमबाग निवासी अजय स्वरूप शर्मा की ओर से राजन कुंज रुड़की रोड निवासी संजीव जैन उनके पुत्र आयुष जैन व पुत्रवधू दीपाली के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोप था कि परिवार में शादी होने का हवाला देकर पिता-पुत्र ने 17 लाख रुपये ठग लिए। रुपये का तकादा करने पर इनके द्वारा अलग-अलग तिथि के चेक भी दिये गये जो कि बाउंस हो गए। बाद में सभी फरार हो गये। बताया कि पिता-पुत्र सदर बाजार में एक बड़ी गुटखा कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर तो थे ही अन्य कारोबार भी करते थे, जिस कारण उन्हें ठगी का आभास नहीं हुआ। हाल ही में पुलिस ने पिता-पुत्र की लोकेशन ढूंढ निकाली। मंगलवार को पुलिस ने दोनों को विकास विहार ककरोला थाना द्वारका दिल्ली से धर दबोचा और मेरठ ले आई। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
करोड़ों की ठगी का अनुमान
संजीव व आयुष के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही थाने में काफी लोग एकत्र हो गये। सभी का आरोप था कि पिता-पुत्र ने उन्हें भी चूना लगाया है। दोनों करीब 40-50 लोगों से चार करोड़ रुपये ठगकर फरार हुए हैं। कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने बेहतर बिजनेस की चाह में जीवनभर जोड़कर रखा अपना सारा रुपया उनको सौंप था।
क्या बोले अिधकारी
ठगी के आरोपी पिता-पुत्र की काफी समय से तलाश चल रही थी। हाल ही में दोनों की लोकेशन दिल्ली में मिली, जिसके बाद उन्हें दबोच लिया गया। पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने का प्रयास कर रही है।

  • सूरज राय, एएसपी कैंट
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Santram Pandey

पत्रकारिता के 40 बसंत पार कर चुके संतराम पांडे, पूर्णकालिक पत्रकार हैं और खाटी पत्रकारिता के जीवंत उदाहरण स्वरूप अंकुरित प्रतिभाओं को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में ई-रेडियो इंडिया के वरिष्ठ संपादक हैं।

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