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15 लाख के 112 मोबाइल फोन के साथ चार आरोपित गिरफ्तार

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ग्रेटर नोएडा: कासना कोतवाली पुलिस ने शटर काटकर मोबाइल चोरी करने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से चोरी के 112 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। बरामद मोबाइल की कीमत लगभग 15 लाख रुपये बताई गई है। एक आरोपित अभी आगरा जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि चोरी के अन्य मोबाइल फोन आरोपित के पास हैं। घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को डीसीपी ग्रेटर नोएडा डा.मीनाक्षी कत्यान ने 20 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है। सभी आरोपितों पर पुलिस गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करेगी। चोरी का पर्दाफाश होने पर व्यापारियों ने पुलिस को बधाई दी।
दरअसल, कासना मुख्य बाजार में यतेंद्र नागर की मोबाइल की दुकान है। 31 मई को दुकान से 185 मोबाइल फोन चोरी हो गए थे। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात चोरों पर केस दर्ज किया था। एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन टीम गठित की गई थी। टीम ने विभिन्न स्थान पर लगे सीसीटीवी खंगाले थे। साथ ही सर्विलांस की भी मदद ली थी। इसके आधार पर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। बदमाशों की पहचान आनंद, हीरा, संजीव और घनश्याम के रूप में हुई है।
पास की दुकान में काम करने वाले ने की थी रेकी :
पुलिस ने बताया कि पीड़ित की दुकान के पास में एक मिठाई की दुकान है। दुकान में आनंद काम करता है। पास में एक ट्रांसपोर्ट की दुकान पर संजीव भी काम करता है। चोरी से पहले दोनों ने मिलकर रेकी की थी। उन्होंने देखा था कि दुकान में कितना मोबाइल फोन है। दुकान कितने बजे खुलती व बंद होती है। चोरी करने के बाद वे दुकान से काम छोड़कर फरार हो गए थे।
गैंगस्टर एक्ट में जेल में बंद है इंद्रपाल उर्फ छंगा :
पुलिस ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपित इंद्रपाल उर्फ छंगा आ‌र्म्स एक्ट में आगरा जेल में बंद है। घटना के दो दिन बाद पुलिस ने उसे पकड़ा था। चोरी के अन्य मोबाइल फोन उसी के पास हैं।
जमीन में गाड़ दिए थे मोबाइल फोन :
मोबाइल फोन छिपाने के लिए आरोपितों को कोई स्थान नहीं मिला। आरोपितों ने मोबाइल फोन एक पन्नी में रखकर गड्ढा खोदकर उसमें रख दिया था। गड्ढा खोदकर मोबाइल छिपाने का आइडिया घनश्याम का था। कर्मचारियों का सत्यापन कराने की अपील : घटना का पर्दाफाश होने पर व्यापारियों ने खुशी जताते हुए पुलिस टीम को बधाई दी। पुलिस ने व्यापारियों से अपील की कि दुकान में जो कर्मचारी रखें उसका पुलिस वेरीफिकेशन अवश्य कराएं। साथ ही व्यापारियों से बाजार में सुरक्षा गार्ड रखने की भी मांग की।

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