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हवन में आहुति देने पर रहती है देवताओं की कृपा

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मवाना। नगर के सुभाष बाजार स्थित श्री बीबिया शिव मंदिर मवाना में भक्ति प्रकृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में चल रही श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के पंचम दिवस बुधवार को पीठाधीश्वर कृष्णा संजय महाराज ने बताया कि नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है।
महाराज श्री ने कहा कि श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में स्वयं देवी भगवती ने कुछ नियमों के बारे में बताया है। इनका पालन कर हर मनुष्य अपने मनुष्य जन्म को धन्य कर सकता है, क्योंकि इस मानव जीवन में अच्छा करने पर ही आगे वाले रास्ते खुले मिलेंगे। बताया कि दस नियम ऐसे हैं, जिन्हें हर मनुष्य को अपने जीवन में अपनाना चाहिएं। वे नियम हैं- तप, संतोष, आस्तिकता, दान, देवपूजन, शास्त्र सिद्धांतों का श्रवण करना, लज्जा, सद-बुद्धि, जप और हवन। ये दस नियम देवी भगवती द्वारा कहे गए हैं।
इनका पालन कर व्यक्ति अपने जीवन को धन्य बना सकता है। महाराज श्री ने बताया सनातन हिन्दू धर्म में दान का भी महत्व है, दान करने से पुण्य मिलता है, दान करने पर ग्रहों के दोषों का भी नाश होता है। पुराणों और शास्त्रों के अनुसार कई समस्याओं का हल तो केवल भगवान का नाम जपने से ही दूर हो जाता है, जो मनुष्य पूरी श्रद्धा से अपने अध्यात्म धर्म का पालन करते हुए भगवान का नाम जपता हो, उस पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है। कलियुग में देवी-देवताओं का केवल नाम ले लेने मात्र से ही पापों से मुक्ति मिल जाती है। किसी भी शुभ अवसर पर हवन किया जाता रहा है।
हवन को प्रत्यक्ष देखना भी बहुत पुण्य माना गया है। हवन करने से घर का वातावरण शुद्ध होता है, हवन में दी गई आहुति का एक भाग सीधे देवी-देवताओं को प्राप्त होता है, उससे घर में उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। इस मौके पर यजमान विवेक गौतम, छोटू वर्मा, आर्यन, माधव, अथर्व, नोना, रिद्धि, गुड़ी, शीतल, दर्शन चौहान, राधा गौतम आदि रहे।

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