हिंदी को विश्व पटल पर लाने की ज़रूरत: क्षेत्रीय प्रबंधक

सिविल लाइन सुलतानपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में आज विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया।इस अवसर पर जनपद के प्रख्यात कवि व ग़ज़लकार डाॅ डी एम मिश्र मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सर्वप्रथम क्षेत्रीय प्रबंधक और उप प्रबंधक के द्वारा उनका स्वागत किया गया।

तदुपरांत कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय प्रमुख संजय कुमार ने कहा कि हिंदी विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। अतः संयुक्त राष्ट्र संघ को चाहिए कि वह हिंदी को यथाशीघ्र आधिकारिक भाषा के रूप में दर्जा प्रदान करे । उप-क्षेत्रीय प्रमुख रंजन कुमार ने कहा कि जैसे हिंदी हमारी बोल चाल की भाषा है वैसे ही हमें हिंदी को दैनिक कार्य का अभिन्न हिस्सा भी बना लेना चाहिए और अपने बैंक का शत प्रतिशत कार्य हिंदी में करने का प्रयास करना चाहिए।

मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कवि डाॅ डी एम मिश्र ने हिंदी के युग प्रवर्तक कवि भारतेंदु हरिश्चंद की पंक्तियों को उद्धृत करते हुए लोगों का आह्वान किया कि ” निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल।” उन्होंने कुछ अपनी ग़ज़लें भी सुनायीं और कहा कि बैंकों में अधिकतर कार्य हिंदी में हो रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं। लेकिन अहिंदीभाषी क्षेत्रों में अभी भी हिंदी पिछड़ी हुई है।

जब हमारे पूरे देश में हिंदी को पर्याप्त महत्व मिल जायेगा तो संयुक्त राष्ट्र संघ भी हिंदी को अन्य भाषाओं के समान दर्जा देने के लिए विवश हो जायेगा। राजभाषा अधिकारी आनंद सिंह ने मुख्य अतिथि का परिचय कराते हुए समस्त सहभागियों का स्वागत किया । कार्यक्रम के अंत में हिंदी में अच्छा कार्य करने वालों तथा अन्य आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।धन्यवाद ज्ञापन मुख्य प्रबंधक नंदलाल यादव ने किया। इस अवसर पर सभी विभाग प्रमुख उपस्थित थे।

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