How is coronavirus disease transmitted? | कोरोनवायरस वायरस कैसे फैलता है?
किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 उन लोगों से हो सकता है जिनमें इस वायरस का संक्रमण पहले से है। जब कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छीकता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। ये बेहद नन्ही बूंदें उस व्यक्ति के आस-पास की दूसरी चीजों और सतहों पर भी गिर सकती है। दूसरा व्यक्ति उस सामान या सतह के संपर्क में आने के बाद अपने मुंह, नाक या आंख को छूने से भी कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है।
लोग संक्रमित व्यक्ति के खांसने या सांस छोड़ने से निकली बूंदों को सांस के जरिए अंदर लेने से भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि बीमार व्यक्ति से 3-6 फीट या 1-2 मीटर दूर रहा जाए।
What causes COVID-19? | क्या कारण है COVID-19?
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है. पहले भी इंसान के सामने वायरस का ख़तरा था. पहले भी महामारियां फैली थीं लेकिन दुनिया को हर नए संक्रमण या फ़्लू से निपटने के लिए इस तरह रुकना नहीं पड़ा था.तो इस कोरोना वायरस में ऐसा क्या है? इसकी बायोलॉजी में ऐसी क्या बात है जो हमारे शरीर और जीवन के लिए ख़तरनाक बन जाती है.कोरोना वायरस हमारे फेफड़े और श्वसन तंत्र में बड़े पैमाने पर मौजूद होता है लेकिन हमारे प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) को लगता है कि सबकुछ ठीक है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्ब्रिज में प्रोफ़ेसर पॉल लेहनर कहते हैं, “ये ग़ज़ब का वायरस है. ये आपकी नाक में वायरस की फ़ैक्ट्री बना लेता है और आपको लगता रहता है कि आप ठीक हैं पर हमारे शरीर की कोशिकाएं इंटरफर्नो नाम के केमिकल्स रिलीज़ करती हैं. जब इन केमिकल्स पर कोई वायरस क़ब्ज़ा करता है तब हमारे शरीर और प्रतिरक्षा तंत्र को वायरस की मौजूदगी की चेतावनी मिलने लगती है।
Can COVID-19 spread through food? | क्या COVID-19 भोजन से फैल सकता है?
गूगल पर लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या कोरोना का नया स्ट्रेन भोजन के जरिए भी लोगों के शरीर में पहुंच रहा है। आइए इस पर बात करते हैं औऱ जानते हैं कि किस तरह भोजन कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाने में मदद कर रहा है। जैसा कि आप जानते हैं कि मुख्य तौर पर कोरोना वायरस एक संक्रमित व्यक्ति की छींक की बूंदों या लार से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है।
हालांकि अभी तक जितनी भी रिसर्च हुई हैं उनमें कहीं भी इस चीज के प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस भोजन के जरिए पेट या फेफडों तक पहुंचा हो। भोजन संक्रमित न हुआ हो लेकिन भोजन बनाने का तरीका और पैकिंग का तरीका और साथ साथ इसकी डिलीवरी के तहत कोरोना का संक्रमण जरूर फैल सकता है। यानी आप जिससे खाना बनवा रहे हैं अगर वो संक्रमित है तो उसके भोजन बनाने या छूने से वायरस आप तक पहुंच सकता है।
रेस्टोरेंट में खाना बनाने वाला या उसकी डिलीवरी करने वाला व्यक्ति संक्रमित हो तो संक्रमण आप तक आ सकता है। आप बाहर स्ट्रीट फूड खा रहे हों औऱ दुकानदान ने मास्क नहीं लगाया हो, यदि वो संक्रमित हुआ या फिर दुकान पर आस पास खड़े लोग संक्रमित हुए तो आपको संक्रमण हो सकता है।
यह संभव है कि किसी व्यक्ति ने ऐसे सामान या सतह को छूआ हो जहां यह वायरस हो और फिर उसने अपने मुंह, नाक या आंख को छूआ हो तो उसे कोविड-19 हो जाए, लेकिन इसे इस वायरस के प्रसार का मुख्य तरीका नहीं माना गया है। इसलिए कोशिश करें कि ताजा भोजन करें, घर में बना भोजन करें। रेस्टोरेंट से खाना मंगवाना जोखिम भरा हो सकता है।
Can you get COVID-19 from faeces? | क्या आप मल से COVID-19 प्राप्त कर सकते हैं?
चीन की एक यूनिवर्सिटी ने नया खुलासा किया है. यहां के शोधकर्ताओं ने कहा है कि कोरोना वायरस सिर्फ छूने, छींकने या खांसने से नहीं फैलता. यह कोरोना संक्रमित इंसान के मल से भी दूसरे इंसानों को जकड़ सकता है. इसलिए अब चीन के शोधकर्ता चाहते हैं कि दुनिया भर में सभी कोरोना संदिग्धों की स्टूल टेस्ट मल जांच भी हो. ताकि, कोरोना की पुष्टि और पुख्ता हो सके.कोरोना से जुड़े कई सवालों का लोग जवाब जानना चाहते हैं।
एक सवाल यह है कि क्या मानव मल से कोरान फैलता है? क्या किसी संक्रमित व्यक्ति के टॉयलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है? स्वास्थ्य मंत्रालय ने अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के जवाब में बताया है कि कोरोना वायरस के फैलने के मुख्य कारकों में मानव मल शामिल नहीं है. ज्यादातर मामलों में कोरोना का संक्रमण व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है. यह संक्रमित वस्तुओं को छूने और फिर किसी के चेहरे, मुंह या नाक को छूने से फैलने की तुलना में खांसने और छींकने से ज्यादा फैलता है।