- संवाददाता, लखनऊ
Lockdown in up latest news today: यूपी में अब शुक्रवार शाम से मंगलवार सुबह तक रहेगा लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले नित नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। प्रदेश में इन दिनों तीन लाख 41 एक्टिव केस हैं। इन्हें देखते हुए यूपी सरकार रोज कोई न कोई नया कदम उठा रही है। पहले इससे निपटने के लिए कई जिलों में धारा 144 लगाई गई, फिर जब इससे भी बात न बनी तो सूबे के 10 सबसे प्रभावित शहरों में रात्रि कर्फ्यू लगाया गया और फिर उसका समय बढ़ाया गया। लेकिन रिकॉर्ड तोड़ते संक्रमण के नए मामलों को देखते हुए अब सरकार ने पूरे प्रदेश में तीन दिन कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। सरकार ने बताया है कि इस दौरान पूर्ण रूप से बंदी रहेगी लेकिन जरूरी चीजों की दुकानें व जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी।
योगी सरकार ने पूरा लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है लेकिन संक्रमण की रफ्तार देखते हुए अब वीकेंड लॉकडाउन को धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है। इससे पहले यूपी में एक दिन के लॉकडाउन को बढ़ाकर दो दिन का किया गया था। इसके बाद अब इसमें एक और दिन की वृद्धि कर दी गई है।
यूपी से अच्छी खबर
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ग्राफ में अब कुछ सुधार नजर आने लगा है। बीते चार पांच दिनों में लगातार संक्रमितों की संख्या घटना शुरू हो गई है। नए संक्रमितों से ज्यादा स्वस्थ्य होने वाले रोगियों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार यूपी में बीते 24 घंटों में 29824 नए कोरोना के मरीज मिले थे। जबकि 35903 लोग स्वस्थ्य हुए थे।
कोरोना से मौत के आकड़ों में कोई सुधार नहीं
इससे पहले 20 अप्रैल को 30 हजार से कम मामले आए थे। बीते चार-पांच दिनों में प्रदेश में नए संक्रमित मरीजों की संख्या घटी है। जबकि अस्पताल से छुट्टी पाने वाले बढ़ते गए हैं। हालांकि मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को यूपी में कुल 266 मरीजों की कोरोना वायरस से मौत हुई। इसे मिलाकर अभ कुल मौतों की संख्या 11,943 हो गई है। प्रदेश के 75 जिलों में से 60 में कोरोना से किसी न किसी मरीज की मौत हुई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. राज्य में ऑक्सिजन की कमी, बेड की किल्लत और जरूरी दवाओं के अभाव में बीते कई दिनों से कई मरीजों की जान चली गई. इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बुधवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जमकर फटकारा. कोर्ट ने कहा कि प्रदेश में स्थिति नियंत्रण से बाहर चली गई है, डॉक्टरों की कमी है, ऑक्सिजन नहीं है, एल-1, एल-2 हॉस्पिटल नहीं हैं, कागजों पर सब कुछ अच्छा है लेकिन जमीन पर सुविधाओं की भारी किल्लत है, यह बात किसी से छिपी नहीं है।