- नरेश उपाध्याय, मेरठ
Meerut Zila Panchayat Chunav: युवा नेता, सकारात्मक सोच, बुलंद हौसला और मजबूत इरादे…यही हैं देश के सबसे कम उम्र के जिला पंचायत अध्यक्ष कुलविंदर मुखिया गुर्जर (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar)। भले ही बुधवार को उनका अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म हो गया, लेकिन उनके उत्साह में कोई कमी नहीं है। साफ कहते हैं कि पार्टी और जनता ने जो भी जिम्मेदारी दी, उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाया। विकास किया है और विकास करेंगे। मौका मिला तो फिर इसी सोच के साथ आगे आएंगे।
कुलविंदर मुखिया गुर्जर (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) बताते हैं कि उनका कार्यकाल करीब तीन साल पांच माह का रहा, जिसमें उन्होंने पूरे जिले में बिना किसी भेदभाव के 112 करोड़ रुपये से विकास कार्य कराये। करीब 90 करोड़ के कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि बाकी धनराशि के कार्य या तो चल रहे हैं या टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
सबसे बड़ी खुशी इस बात की है कि उन्होंने सभी वार्डों में बराबर विकास कार्य कराये। ऐसे सदस्यों के क्षेत्रों में भी कार्य कराये जो चुनाव जीतने के बाद कभी जिला पंचायत में आये ही नहीं। ऐसे वार्डों को स्वयं गोद लेकर विकास कार्य कराये गए। ऐसे वार्डों के जो भी प्रस्ताव मिले, उन सभी के कार्य पूर्ण कराये गए।
कुलविंदर सिंह (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) महापुरुषों, स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को आपना आदर्श मानते हैं। इसलिए उन्होंने जो भी सड़कें बनवाई हैं या अन्य निर्माण कार्य कराये हैं उनका नामकरण महापुरुषों के नाम पर ही कराया है। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से जिला पंचायत कार्यालय का निर्माण कराया गया है। इस कार्यालय का नाम भी महापुरुषों के नाम पर रखा गया है। कार्यालय सभागार का नाम वंदे मातरम रखा गया है, जिसमें सभी महापुरुषों के चित्र लगाये गए हैं।
Sports Player रह चुके हैं युवा Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar
कुलविंदर मुखिया गुर्जर खुद एक खिलाड़ी हैं, इसलिए उनकी सोच हमेशा खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की रही है। इसके लिए उन्होंने दस करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। पांचली खुर्द में बारह करोड़ रुपये की लागत से मिनी स्टेडियम बनवाया है। वह चाहते हैं कि हर ग्राम पंचायत में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए एक मिनी स्टेडियम बनाया जाये।
जहां तक कुलविंदर (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) के खिलाड़ी होने का सवाल है तो वह दो बार नेशनल फुटबाल, दो बार नेशनल एथलेटिक्स और दो बार नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं। 22 साल की उम्र में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने के बाद वह 23 साल की उम्र में जिला पंचायत अध्यक्ष बन गए। जिला पंचायत की बड़ी जिम्मेदारी आने के बाद वह चाहते हुए भी खेल प्रतियोगिताओं की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे सके।
उनकी उपलब्धियों का जिक्र करें तो सबसे बड़ी उपलब्धि वह बिना किसी भेदभाव के 112 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को मानते हैं। इसके अलावा सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक ऐतिहासिक नौचंदी मेले को राजकीय घोषित कराना, बिना किसी विघ्न के नौचंदी और मखदूमपुर गंगा मेले का आयोजन, केसरगंज, नौचंदी मैदान और माछरा में जिला पंचायत की भूमि को कब्जा मुक्त कराना, जिला पंचायत कार्यालय का निर्माण आदि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियां हैं।
Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar ने कराये ये कार्य
कई कार्य ऐसे भी हैं जिन्हें चाहते हुए भी वह नहीं करा सके। इनमें तेजगढ़ी चौराहे और नौचंदी मैदान के एक द्वार का नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कराने, नौचंदी मैदान और केसरगंज में स्पोटर्स कांप्लेक्स बनाने, नौचंदी मैदान को दिल्ली हाट की तर्ज पर विकसित कराने, हर गांव में मिनी स्टेडियम बनाने आदि कार्य शामिल हैं। मौका मिला तो फिर ये कार्य कराएंगे।
Meerut Zila Panchayat Chunav: पार्टी का जो भी आदेश होगा उसका पालन करूंगा: कुलविंदर
Meerut Zila Panchayat Chunav: जिला पंचायत अध्यक्ष कुलविंदर सिंह (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) वार्ड एक-हस्तिनापुर से जिला पंचायत के सदस्य हैं। आने वाले चुनाव के लिए उनकी क्या तैयारी है? इस सवाल के जवाब में वह कहते हैं कि मैं भाजपा का सिपाही हूं। पार्टी और जनता के आदेश पर ही मैंने जिला पंचायत सदस्य और अध्यक्ष का चुनाव लड़ा। अब भी पार्टी का जो आदेश होगा, उसी का पालन किया जायेगा। हां, मौका मिला तो वे कार्य जरूर पूरे कराने का प्रयास करूंगा, जो इस कार्यकाल में नहीं करा सका। उनका कहना है कि इस कार्यकाल में भी मैंने अपने वार्ड-1 में अधिक से अधिक विकास कार्य कराए हैं।
Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar Biography
- नाम: कुलविंदर मुखिया गुर्जर
- पिता: मुखिया गुर्जर
- जन्म तिथि: 03 सितंबर 1992
- मूल िनवास: कैली रामपुर
- वर्तमान : आईसी, गंगानगर, मेरठ
- शिक्षा: दिल्ली विवि से ग्रेजुएट
- उपलब्धि: 23 वर्ष की उम्र में देश में सबसे कम उम्र के मेरठ के जिला पंचायत अध्यक्ष बने। खेलों में दो बार नेशनल फुटबाल, दो बार नेशनल एथलेटिक्स और दो बार नेशनल शूटिंग में शामिल हुए।
Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar family
पिता मुखिया गुर्जर वरिष्ठ समाजसेवी, राजनीतिज्ञ एवं कलाकार हैं। इस वर्ष दशहरे पर अयोध्या में हुई श्री रामलीला में कुंभकरण का अभिनय किया। कुलविंदर सिंह के बड़े भाई ने भी इस रामलीला में अभिनय किया। चाचाजी आनंद कुमार दिल्ली में पार्षद हैं तथा ताऊजी डा़ छैलेश चंद दिल्ली में सीबीएसई की गवर्निंग बॉडी के मेंबर हैं। मुखिया गुर्जर आगामी नवरात्र में एेतिहासिक हस्ितनापुर में महाभारत का मंचन करा रहे हैं। कुलविंदर कहते हैं कि हस्तिनापुर से जुड़ा होना उन पर गंगा मैया का आशीर्वाद है।
अपने कार्यकाल से पूरी तरह संतुष्ट: कुलविंदर
जिला पंचायत अध्यक्ष कुलविंदर मुखिया गुर्जर (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) अपने कार्यकाल से पूरी तरह संतुष्ट हैं। कार्यकाल के अंतिम दिन बुधवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने अपनी उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि मैंने 28 अगस्त 2017 को अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया था। इससे पहले सीमा प्रधान जिला पंचायत की अध्यक्ष थीं। जिनके समय में न तो कोई बोर्ड बैठक ही निर्विवाद हुई और न ही विकास कार्य हुए। सीमा प्रधान ने अपने पूरे वार्ड में सिर्फ एक गांव में 10 लाख के कार्य कराये। इसके अलावा उन्हांेने कोई कार्य ही नहीं कराया।
तीन माह के कार्यकाल में कराये 112 करोड़ के विकास कार्य
कुलविंदर मुखिया गुर्जर (Zila Panchayat Adhyaksh Kulvinder Mukhiya Gurjar) ने बताया कि करीब तीन साल पांच माह के कार्यकाल में मैंने सभी वार्डों में 112 करोड़ की लागत से विकास कार्य कराये। जिला पंचायत को परिवार की तरह चलाया। पूरे कार्यकाल में बोर्ड बैठक या विकास कार्यों को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ। जनप्रतिनिधियों ने जो भी प्रस्ताव दिये, उन सभी पर कार्य कराये। उन्होंने कहा कि Meerut Zila Panchayat Chunav में जीत के बाद अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही हस्तिनापुर के विलुप्त होते वैभव को पुनर्जीवित करने के मकसद से पहली बार हस्तिनापुर में महाभारत के मंचन की तैयारी शुरू की है।
हस्तिनापुर का कराया जीर्णोद्धार
सांस्कृतिक व ऐतिहासिक नगरी हस्तिनापुर की धरोहर द्रोपदी घाट का जीर्णोधार कार्य शुरू कराया है। बूढ़ी गंगा, पांडेश्वर मंदिर, विदुल टीला एवं पांडव टीले के जीर्णोद्धार के लिए श्रमदान की तैयारी शुरू करायी है। कोराना काल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने सबसे अधिक 1.21 करोड़ रुपये कोरोना से निपटने के लिए सरकार को दिये। जिसमें उन्होंने अपना एक माह का वेतन दिया, जबकि संपूर्ण स्टाफ ने एक-एक दिन का वेतन दिया।
कांवड़ मार्ग के लिये पथ प्रकाश की सुविधा
पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण एवं पौधारोपण भी कराया। कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए भी पथप्रकाश एवं अन्य व्यवस्थाएं करायीं। हर पात्र व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया। कुल मिलाकर मैं अपने कार्यकाल से पूरी तरह संतुष्ट हूं। कुछ कार्य जरूर अधूरे रह गए हैं जिन्हें मैं कराना चाहता था। Meerut Zila Panchayat Chunav में मौका मिला तो फिर पूरे कराऊंगा।