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Namami Gange Yojana in Hamirpur: मात्र 15 फीसदी काम

Namami Gange Yojana

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Namami Gange Yojana in Hamirpur: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में आठ माह से संचालित राष्ट्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के तहत अरबों रुपये की योजनाओं में आठ माह में सिर्फ 15 फीसदी काम हुआ है जबकि सरकार ने योजना का लक्ष्य दिसम्बर तक पूरा करने के निर्देश दिये हैं।

इसके लिये शासन ने एडीएम नमामि गंगे की भी नियुक्ति कर दी गयी है मगर उसका कोई असर नही दिखायी दे रहा है। जल निगम के सहायक अभियंता एके साहू ने बताया कि बुन्देलखंड में पेयजल समस्या को हल करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झांसी में अरबों रुपये की जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत दो साल पहले की थी जिसमे
हमीरपुर जिले को पत्योरा डाडा ग्राम समूह पेयजल योजना में 336.98 करोड़ रुपये का बजट देकर सुमेरपुर मौदहा की 103 ग्राम पंचायतों के 148 राजस्व ग्राम लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया था।

इसी प्रकार हरौलीपुर ग्राम समूूह पेयजल योजना के लिये 242.65 करोड़ रुपये आवंटित कर दिये गये थे। सतही श्रोत जल योजना में ब्लाक कुरारा की 24 ग्राम पंचायतों के 39 राजस्व ग्राम लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया गया था। इसी प्रकार भूजल गर्भ योजना के तहत मुस्करा, राठ, गोहांड,सरीला की 130 ग्राम पंचायतों के 168 राजस्व ग्राम लाभा्न्वित करने का लक्ष्य रखा गया था।

Namami Gange Yojana in Hamirpur: कार्यदायी संस्था की पूरी लापरवाही देखी जा रही

इसके लिये 125 नलकूप,पंप हाउस, इन्टेक वेल बनाने थे हालाकि कुछ स्थानों पर काम हुआ है। हरौलीपुर योजना में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना था और यमुना नदी से पानी लिफ्ट कर गांवों को पहुचाना था मगर काम इतनी सुस्त गति से हो रहा है कि ग्रामीणों को निराशा होने लगी है। इस महत्वाकांक्षी योजना में बुन्देलखंड में काम में तेजी लाने के लिये अलग से शासन ने हरेक जिले में एडीएम नमामि गंगे की नियुक्ति कर दी थी मगर हमीरपुर जिले मे इस योजना मे कोई खास प्रगति नही हुई है। शासन ने इसके लिये कार्यदायी संस्था जिंदल व पीेएनसी को जिम्मेदारी दी है मगर कार्यदायी संस्था की पूरी लापरवाही देखी जा रही है।

जल निगम के सहायक अभियंता एके साहू ने दावा किया है कि मौदहा क्षेत्र में इसके लिये 45 किमी तक पाइप लाइन बिछा दी गयी है। हरौलीपुर योजना में तीस किलोमीटर दूर तक पाइप लाइन बिछा दी गयी है। इस योजना में विभाग को सेन्टेज चार्ज न मिलने से अभियंताओ में मायूसी छायी हुई है क्योकि शासन से अभी तक सेंटेज चार्ज देने न देने की कोई नीति नही तय की गयी है।

एडीएम नमामि गंगे आरके यादव का कहना है कि जल निगम से उन्होने कहा है कि वह श्रमिक और लगाकर काम में तेजी लाये जिससे लोगो को जल्द से जल्द पानी मिल सके। कितना धन खर्च हुआ इस मामले मे कोई भी विभागीय अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नही है जिससे जनप्रतिनिधियो में नाराजगी देखी जा रही है।

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