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अब ग्रामीणों पर हमले नहीं कर पाएंगे तेंदुए और बाघ

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लखनऊ। मानव-जंगली जानवरों बीच संघर्ष लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं । कहीं भेड़िया मासूमों ओर बड़े लोगों ने बना रहा अपना शिकार, तो कहीं तेंदुओं और सियारों ने आतंक मचा रखा है। रात-रात भर जागकर लोग अपने परिवार की रखवाली कर रहे।

जिसको देखते हुए वन विभाग अब ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है जिससे जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में प्रवेश ही नहीं कर पाएंगे। जंगल से खेत की तरफ जैसे ही जानवर बढ़ने की कोशिश करेंगे, वैसे ही उन्हें झटका लगेगा और वह वापस जंगल की तरफ लौट जाएंगे।

वन पर्यावरण जंतु उद्यान और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना ने बताया मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ा है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसकी वजह जंगल का सिमटना नहीं है, बल्कि बारिश और ज्यादा बाढ़ का आना है।बाढ़ की वजह से छोटे जानवरों के मांद में पानी घुस जाता है, और वह अपनी जान बचाने के लिए रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ आते हैं । यही वजह है कि बहराइच, लखीमपुर, बिजनौर सहित कई जिलों में भेड़िया, तेंदुआ और सियार के लोगों पर हमले की खबरें लगातार सामने आ रही हैं । जिसने सरकार को भी चिंतित कर दिया है।

जंगली जानवरों को इंसानों की बस्ती में घुसने से रोकने के लिए वन विभाग अब जंगल और खेत की सीमा के बीच सोलर फेंसिंग करने की तैयारी में जुटा है । जंगलों से खेतों की तरफ जैसे ही जानवर बढ़ेंगे उन्हें एक झटका सा लगेगा।करंट बस इतना लगेगा कि जानवर डर जाए पर मरे नहीं । वापस जंगल की तरफ लौट जाए।दोबारा खेत और रिहायशी इलाकों की तरफ आने की कोशिश ही न करे।

वहीं वन मंत्री ने मंगलवार से वानिकी नव वर्ष शुरुआत कर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यक्रम में वानिकी वर्ष 2023-24 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। पूरे यूपी में बीते 20 जुलाई को एक ही दिन में 36.51 करोड़ पौधरोपण सफलतापूर्वक किया गया. इसी उपलब्धि को लेकर वानिकी नववर्ष मनाया जा रहा है।

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