रक्षाबंधन पर पहले बांधे देवताओं को राखी और फिर मनाएं त्योहार

हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व है। इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त, सोमवार को मनाया जाने वाला है। यह पवित्र त्यौहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस खास दिन देवी-देवताओं की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। ऐसे में भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले भगवान को राखी अर्पित करना चाहिए। आइए, जानते हैं कि सबसे पहले किस देवता को राखी बांधना चाहिए।

भगवान गणेश

हर शुभ कार्यो में भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है क्योंकि गणेश भगवान सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माने जाते हैं। इस कारण रक्षाबंधन के दौरान सबसे पहले गणपति जी को राखी अर्पित करें। ऐसा करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।

हनुमान जी

रक्षाबंधन के दिन हनुमान जी को राखी बांधना बहुत फलदायी माना जाता है. हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है. जिन बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने का मौका नहीं मिल पाता, वे हनुमान जी को राखी बांध सकती हैं. 

भगवान शिव शंकर

रक्षाबंधन के दिन कई लोग भगवान शिव को राखी चढ़ाते हैं और उन्हें अपना भाई मानते हैं. ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव शंकर को राखी बांधने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भाई का जीवन खुशहाल होता है. कुछ बहनें शिवलिंग पर भी राखी चढ़ाती हैं.

भगवान श्री कृष्ण

मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण को राखी बांधने से वह सभी परिस्थितियों में रक्षा करते हैं और जीवन में खुशहाली भी लाते हैं. रक्षाबंधन के दिन कई बहनें भगवान श्री कृष्ण को अपना भाई मानकर राखी बांधती हैं। कहा जाता है कि पूरी श्रद्धा से ऐसा करने पर श्री कृष्ण भक्तों की रक्षा करते हैं।

रक्षाबंधन पर इन बातों का रखें ध्यान

इस दिन बहनों को सुबह स्नान करने के बाद भगवान को एक थाली में सुंदर सजी हुई राखियां चढ़ानी चाहिए। फिर उनके माथे पर कुमकुम और चावल लगाएं। इसके बाद उन्हें राखी बांधें और उनकी आरती उतारें। भगवान को लड्डुओं का भोग लगाएं। इस दौरान उनसे जीवन भर रक्षा करने की प्रार्थना करनी चाहिए।

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