उ0प्र0 दिवस के अवसर पर 18-19 जनवरी को मेरठ मंडल मुख्यालय में होगी रागिनी व स्वांग विधा की प्रतियोगिता: Meerut Commissioner Anita Meshram
रागिनी व स्वांग विधा के कलाकारों के लिए सुनहरा अवसर, 12 जनवरी तक भेजे आवेदन: Meerut Commissioner Anita Meshram
Uttar Pradesh Diwas 2021 पर दर्जनों कार्यक्रमों के जरिये लोगों को जागरूक किया जायेगा व उन्हें इसके बारे में बताया जायेगा। आयुक्त मेरठ मंडल अनीता सी0 मेश्राम (Meerut Commissioner Anita Meshram) ने बताया कि उ0प्र0 दिवस 2021 के अवसर पर राज्य व मंडल स्तर पर उ0प्र0 दिवस 2021 सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।
इस संदर्भ में प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये है। मेरठ मंडल मुख्यालय में 18-19 जनवरी 2021 को रागिनी व स्वांग विधा की प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता के विजयी कलाकारों को 24-26 जनवरी 2021 की अवधि में नोएडा एवं लखनऊ में आयोजित उ0प्र0 दिवस 2021 के अवसर पर विजयी प्रतिभागी दलो को पुरस्कार स्वरूप वेषभूषा/वाद्य यंत्र क्रय हेतु सहायता प्रदान करते हुये प्रथम पुरस्कार प्राप्त दल को प्रस्तुति का अवसर भी दिया जायेगा।
Jila Soochana Karyalay Meerut Office से ले सकते हैं Uttar Pradesh Diwas 2021 के आवेदन
Meerut Commissioner Anita Meshram ने बताया कि प्रतियोगिता में सम्मिलित होने वाले सभी कलाकार दल के सदस्य, दल नायक के माध्यम से निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन मण्डल मुख्यालय के जिला सूचना अधिकारी के कार्यालय (Jila Soochana Karyalay Meerut Office) में अवश्य जमा कर दे। आवेदन पत्र का प्रारूप जिला सूचना अधिकारी (Jila Soochana Karyalay Meerut Office) से प्राप्त किया जा सकता है। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 12 जनवरी 2021 है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता की विषयवस्तु, वेशभूषा तथा वाद्म यंत्र तथा प्रस्तुति की तीन श्रेणियों में प्रत्येक में 20-20 अंक अधिकतम होंगे, जिसमें कुल योग 60 के आधार पर मूल्यांकन किया जायेगा।
Uttar Pradesh Diwas 2021 पर प्रदेश के विभिन्न मंडलों पर होंगे कार्यक्रम
Meerut Commissioner Anita Meshram ने बताया कि प्रदेष के विभिन्न मंडल मुख्यालयों में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में समूह गायन, समूह लोक नृत्य तथा पारम्परिक लोक नाट्य की विधाएं सम्मिलित की गयी है, जिसमें से मेरठ मंडल मुख्यालय में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में रागिनी व स्वांग विधा की प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता की अवधि 20 मिनट होगी। प्रतियोगिता में उ0प्र0 के कलाकार ही सम्मिलित हो सकेंगे।
गायन दलों को Uttar Pradesh Diwas 2021 में इस तरह करना होगा प्रतिभाग
Meerut Commissioner Anita Meshram के अनुसार Uttar Pradesh Diwas 2021 पर आयोजित गायन के दल में न्यूनतम 06 तथा अधिकतम 08 सदस्य होंगे, लोक नृत्य के दल में न्यूनतम 13 तथा अधिकतम 16 सदस्य होंगे, लोक नाटय में न्यूनतम 20 तथा अधिकतम 25 सदस्य होंगे। दिनांक 18-19 जनवरी 2021 को प्रातः 11.00 बजे से सांय 04.00 बजे तक निर्धारित स्थान पर प्रतियोगिताएं होगी। आवेदक दल को केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रषासन अथवा अन्य महत्वपूर्ण संस्थाओ द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमो में कम से कम तीन आयोजनों में सम्मिलित होने का प्रमाण पत्र आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा।
Meerut Commissioner Anita Meshram ने बताया कि प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए कोई शुल्क देय नहीं है। लखनऊ में 24-26 जनवरी 2021 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रथम विजयी कलाकार दल के सम्मिलित किये जाने पर आने जाने का किराया, रहने भोजन की व्यवस्था तथा उचित मानदेय भी यथानुसार दिया जायेगा।
क्यों मनाया जाता है उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Diwas)
प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Diwas) मनाया जाता है इसके पीछे क्या कहानी है जरा समझते हैं। उत्तर प्रदेश दिवस 2021 (Uttar Pradesh Diwas 2021) कुछ खास अंदाज में मनाया जाएगा और इसकी वजह यह भी है क्योंकि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है और हर बार कोई भी सरकार हो इसे यादगार बनाने की कोशिश करती हैं।
उत्तर प्रदेश का नाम पहले क्या था
आप सभी लोगों को जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश का नाम यूनाइटेड प्रोविंस था, यह नाम 24 जनवरी 1950 से पहले तक प्रचलन में था लेकिन 24 जनवरी 1950 के दिन यूनाइटेड प्रोविंस को उत्तर प्रदेश में तब्दील कर दिया गया और बस इसी वजह से 24 जनवरी को प्रत्येक वर्ष उत्तर प्रदेश दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महाराष्ट्र में मनाया जाता है उप्र दिवस
इतिहास के पन्नों को पलटा तो उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Diwas) को मनाने का प्रचलन महाराष्ट्र में पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है, यह प्रचलन अभी वहां मौजूद है। इतिहास के अनुसार 24 जनवरी 1989 मैं सबसे पहले उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Diwas) मनाया गया, यह दिवस महाराष्ट्र में ही मनाया गया था। कहते हैं कि अमरजीत मिश्रा नाम के समाजसेवी ने उत्तर प्रदेश दिवस को यूपी में ही मनाने का पूरा प्रयास किया था मगर पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार ने इसे खारिज कर दिया।
उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनने के बाद राम नाईक के समक्ष यह प्रस्ताव पुनः आया, राम नाईक ने इस प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाया और अंततः इससे स्वीकारोक्ति मिल गई। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश दिवस को धूमधाम से मनाने का निर्णय कर लिया है।
उत्तर प्रदेश दिवस (Uttar Pradesh Diwas) मनाने के पीछे क्योंकि मुख्यमंत्री प्रदेश के मुखिया हैं तो वह मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे इसके अलावा उत्तर प्रदेश दिवस के सूत्रधार यानी पूर्व राज्यपाल राम नायक जी शामिल होंगे। कार्यक्रम लखनऊ में आयोजित किया जाना है जिसकी तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं।