What is Bird Flu & What is Prevention of it: कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. पोल्ट्री फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को कहा गया है. साथ ही संक्रमण फैलने वाली जगहों पर मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
बर्ड फ्लू क्या होता है ?
बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं. ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है. H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है. ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है.
इंसानों में कैसे होता है बर्ड फ्लू?
आमतौर पर इंसानों में यह बीमारी मुर्गियों या फिर संक्रमित पक्षी के बेहद पास रहने से फैलती है। अगर मुर्गी संक्रमित है और आपका संपर्क किसी प्रकार से होता है तो ये संक्रमण आपको भी हो जाता है। इंसानों में बर्ड फ्लू का वायरस आंख, नाक और मुंह के ज़रिए प्रवेश करता है।
बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए क्या करें
- ज़िंदा पक्षियों और पोल्ट्री के पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
- जिस बर्तन में मीट पकाते हैं, उसे दूसरे बर्तनों से दूर रखें।
- ध्यान रखें कि मांस को तब तक पकाएं, जब तक अच्छी तरह से पक न जाए।
- अपने हाथों को गुनगुने पानी और साबुन से दिन में कई बार धोएं। खासतौर पर अगर आप कच्चा मांस छूते हैं।