ना किसी गुलबदन से करेंगे
ना किसी जानेमन से करेंगे
हम मोहब्बत वतन से करेंगे
उनका दुनिया में कुछ हित नहीं है
राष्ट्र को जो समर्पित नहीं है
वह जगत में कहीं जाकर रह ले
राष्ट्र के बिन सुरक्षित नहीं है
इसकी रक्षा लगन से करेंगे
हम मोहब्बत वतन से करेंगे
फूल में खुशबू रंगत चमन की
जब तलक है सुरक्षा वतन की
इतना अधिकार अब हम न देंगे
चाहे जो भी करें मर्जी मन की
यह उद्घोष रण से करेंगे
हम मोहब्बत वतन से करेंगे
मजहबों ने हमें क्या दिया है
आदमी से ही उल्टा लिया है
आग संसार भर में लगा दी
खून इंसानियत का पिया है
तोबा हम इस चलन से करेंगे
हम मोहब्बत वतन से करेंगे
सांप बच जाए हम से निकलके
अब ना बैठेंगे हम हाथ मलके
प्रांत हो या किसी भी हो दल के
देशद्रोही को रखदें कुचल के
गर्जना घोर घन से करेंगे
हम मोहब्बत वतन से करेंगे
सत्यपाल सत्यम | मेरठ
9897330612
एडिलेड। सऊदी अरब में अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच इस हफ्ते होने वाली महत्वपूर्ण…
नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि भारत के 5एफ विजन – फार्म (खेत) से…
नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘विकसित…
नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हो गया है। यहां महाकुंभ की…
KMC Cancer Hospital में अन्तर्राष्ट्रीय ओएमएफ डे के अवसर पर कैंसर गोष्ठी का आयोजन किया…
Aaj Ka Rashifal: आज के राशिफल में क्या कुछ लिखा है इसे जानने के लिये…
This website uses cookies.