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धूप से बचें वरना हो सकती है ये परेशानी

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Sinusitis Symptoms in Hindi: आजकल तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच रहा है। इसके कारण हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन आदि की समस्याएं पैदा हो रही हैं। गर्मी के कारण कुछ लोगों को नाक से खून आने की समस्या हो जाती है। यह कहना है जिला अस्पताल के ईएनटी सर्जन डॉण् बीडी कौशिक का।

डा. कौशिक ने सलाह दी है कि नाक से खून आने की समस्या को नजरअंदाज नहीं करें। उन्होंने बताया मेडिकल टर्म में इसको एपिटेक्सिस और बोलचाल में नकसीर कहते हैं। अक्सर यह समस्या गर्मी होने से होती है। कुछ लोगों को गर्म चीजें खाने से तो कुछ को अन्य कारणों से यह हो जाती है। इस तरह की समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिये।

Sinusitis Symptoms in Hindi: नकसीर के कारण

डा.कौशिक का कहना है कि गर्मी में शुष्क हवा के कारण भी कई बार नाक से खून आने लगता है। नाक की खाल म्यूकोजाद् सूख जाती है इससे नाक में सूखापन हो जाता है और नसिकाओं में तनाव के कारण खून निकलने लगता है।

साइनोसाइटिस की समस्या से भी नाक से खून आने लगता है। नाक में साइनस से सूजन आ जाती है और इससे नाक की झिल्ली फट जाती है। यह समस्या वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण कई बार होती है।

सर्दी जुकाम होने पर कई बार नाक से खून आने की समस्या पैदा हो जाती है। जुकाम नाक की परत में जलन पैदा कर नकसीर की आशंका को काफी हद तक बढ़ा देता है।
डिहाइड्रेशन या हीट स्ट्रोक से भी नाक में खून आने लगता है। वहीं बहुत ज्यादा मसालेदार तेज मिर्च खट्टा खाने वालों को भी यह समस्या हो जाती है।

Sinusitis Symptoms in Hindi: त्वरित उपचार

नाक से खून आने पर मरीज को पीछे सहारे से बैठा दें। पांच.सात मिनट तक नाक दबा कर रखें और कपड़े में बर्फ लपेटकर नाक पर रख दें। नाक से खून आने पर नाक की बजाय मुंह से सांस लेनी चाहिए। जिन लोगों को नाक से खून आने की समस्या है उन्हें गर्मी में खास ख्याल रखना चाहिए ज्यादा पानी पिएं खट्टा और ज्यादा मसालेदार चीज खाने से परहेज करें।

शिश करें गर्मी में बाहर निकले तो मुंह को ढक कर रखें। चिकित्सक की सलाह से नाक में कोई मोइश्चराइजर क्रीम लगाएं नाक को शुष्क न होने दें।

डा. कौशिक का कहना है कि समस्या होने पर चिकित्सक की सलाह जरूर लें अपने आप इलाज न करें। उन्होंने बताया गर्मी बढ़ने के साथ ही ओपीडी में इस समस्या के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है।

Sinusitis Symptoms in Hindi: जानें पूरी जानकारी

यदि साइनस की परेशानी लंबे समय तक बनी रहे, तो यह चिंता का विषय हो सकता है, इसलिए साइनस का इलाज तत्काल करवा लेना चाहिए। साइनस की समस्या में चेहरे पर सूजन आ जाती है और नाक से लगातार पानी बहने लगता है।

इसमें सांस लेने में परेशानी होने लगती है। साइनस की समस्या बैक्टीरिया और संक्रमण की वजह से होती है। इसमें व्यक्ति को सिर दर्द होने के साथ ही नाक भी बंद हो जाती है। कई बार साइनस की वजह से मुंह का स्वाद बिगड़ने के साथ ही किसी चीज की गंध नहीं आती है।

Sinusitis Symptoms in Hindi: साइनस के शुरुआती लक्षणों में कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। आइए जानते हैं इसके घरेलू उपाय के बारे में-

गर्म चीजों के सेवन से संभव है साइनस का इलाज

साइनस की वजह से नाक से लगातार पानी बहने के साथ ही छींके भी आ सकती हैं। इससे व्यक्ति में कमजोरी महसूस होने लगती है, इसलिए इस समय किसी गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे गर्म पानी, काढ़ा, चाय, कॉफी या सूप। इस समस्या के होने पर व्यक्ति को भरपूर नींद भी लेनी चाहिए। इसके अलावा गर्म तासीर वाले पदार्थ लेने से भी राहत मिल सकती है।

Sinusitis Symptoms in Hindi: जानें पूरी जानकारी

भाप लेने से साइनस में मिलेगा आराम

साइनस में भाप लेते रहना चाहिए, इससे नाक खुलने में मदद मिलती है। भाप लेने से सूजन की समस्या भी ठीक हो सकती है। इसके अलावा पानी में नमक और थोड़ा सा बेकिंग पाउडर मिलाकर सूंघने से भी नाक खुल जाती है।

साइनस में अदरक है गुणकारी

अदरक की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका इस्तेमाल साइनस में काफी लाभदायक है। अदरक कफ को भी दूर करने में सहायक है। साइनस की समस्या होने पर रोज दिनभर अदरक का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर चाटते रहें। इससे खांसी और कफ ठीक हो सकता है।

साइनस के लिए बेहतर औषधि है तुलसी

साइनस में तुलसी की 4-5 पत्तियां रोज खाने से आराम मिलता है। काढ़े में तुलसी, कालीमिर्च, अदरक, लौंग आदि मिलाकर पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक यह आधा न हो जाए। अब इसमें थोड़ा शहद मिलाकर पीएं। कफ दूर होगा, नाक से पानी बहना भी बंद होगा।

लहसुन है असरदार

लहसुन से शरीर को गर्माहट मिलती है। इसके इस्तेमाल से कफ की समस्या ठीक होती है. नियमित रूप से लहसुन की 2-3 कलियों को भूनकर चबाने से राहत मिल सकती है।

इन बातों का रखें ध्यान

साइनस होने पर कुछ सावधानियां रखना बेहद आवश्यक होता है. इस दौरान गुनगुने पानी का ही सेवन करें क्योंकि ठंडे पानी के इस्तेमाल से समस्या और बढ़ सकती है. साथ ही पर्याप्त नींद लेने की भी कोशिश करें।

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