Yakoob Qureshi Meerut: मेरठ में अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लि. में बिना अनुमति पैकेजिंग और प्रोसेसिंग करने के मामले में फरार चल रहे पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके परिवार की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। सोमवार को मेरठ के भावनपुर में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के घर ताबड़तोड़ दबिश डाली।
नदीम मेवाती के घर पर काफी लग्जरी गाड़ियां खड़ी थी। पुलिस को आशंका थी कि याकूब कुरैशी या उसका परिवार नदीम मेवाती के घर पर छुपे हुए। भावनपुर इंस्पेक्टर नीरज मलिक की टीम ने पहुंच कर दबिश डाली है।
नदीम से पूछताछ करके वापस लौटी टीम
नदीम के घर पर याकूब या उसके परिवार का कोई सदस्य नहीं मिल पाया है। नदीम से पूछताछ करने के बाद पुलिस की टीम वापस लौट गई है। थाना प्रभारी नीरज मलिक का कहना है कि नदीम मेवाती के घर लग्जरी गाड़ियों का काफिला देखकर आशंका जाहिर की जा रही थी कि याकूब कुरैशी या उनके परिवार के अन्य सदस्य यहां पर आए हुए हैं। पुलिस की जानकारी करने पर कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया।
लगातार डाली जा रही दबिश
बता दें कि मेरठ में अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लि. में बिना अनुमति पैकेजिंग और प्रोसेसिंग करने के मामले में फरार चल रहे पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके परिवार की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश डाली जा रही है। रविवार को भी सुबह से लेकर देर रात तक पुलिस की कई टीमें दौड़ती रहीं। वहीं, पूर्व मंत्री के दोनों बेटों ने जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी डाली है। एक की सुनवाई 26 अप्रैल तो दूसरे की सुनवाई अगले महीने शुरू में ही है।
14 पर दर्ज है केस
कोतवाली क्षेत्र के सराय बहलीम निवासी पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के परिवार की अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री को 2019 में कारोबारी गतिविधि पर रोक लगाते हुए बंद कर दिया गया था। इसके बाद भी फैक्ट्री में पुलिस प्रशासन की टीम को मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का काम चलता मिला था। मामले में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी शमजीदा, बेटे इमरान और फिरोज समेत 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था।