पुलिस हत्यारे के घर पर चला बुल्डोजर, पुलिस के उग्र रूप को देख सिहर रहे होंगे विकास के साथी
संवाददाता, कानपुर
पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए अपराधी विकास दुबे के घर को जेसीबी से गिराना शुरू कर दिया है और बताया जा रहा है कि इस घर के नीचे किसी बड़े बंकर कर के होने की आशंका है जिसको देखते हुए पुलिस ने कार्यवाही की है। आपको बता दें कि 36 घंटे बीत जाने के बाद कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद और सीमाओं के सील हो जाने के बावजूद अभी तक विकास दुबे का कोई अता-पता नहीं है।
यह पुलिस की बहुत बड़ी विफलता है, विकास दुबे नाम के शख्स को अभी तक पुलिस हिरासत में नहीं ले पाई है वह फरार है, हालांकि 2 एनकाउंटर जरूर किए गए हैं उसके दो साथियों के। लेकिन यह पुलिस की सबसे बड़ी विफलता है अभी तक की, 36 घंटे के बाद भी किसी तरह का कोई सुराग नहीं लगा है। खुफिया तंत्र क्या कर रहा है, पुलिस विभाग क्या कर रही है, इसके अलावा सरकारी तंत्र होते हैं वह क्या कर रहे हैं?
पुलिस की 20 टीमें लगातार लगी हुई है, अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट जारी कर दिया है ताकि विकास दुबे भारत छोड़कर भाग ना सके। हालांकि पहले से ही आशंका जताई जा रही है कि विकास दुबे भारत छोड़कर नेपाल भाग सकता है और 36 घंटे बीत गए हैं उसका कुछ अता पता ना चलना इस बात का द्योतक है कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल हो रहा है।
प्रलिस व प्रशासन उस वक्त में विफल हो रहा है जब उसके ऊपर सबसे बड़ा हमला किया गया है। पड़ोसी जनपद लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम ने बताया कि 120 किलोमीटर की बॉर्डर एरिया है लखीमपुर खीरी और नेपाल के बीच में, यहां हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। एसएसबी के जवानों को बिल्कुल यह बता दिया गया है किस विकास दुबे नाम का शख्स यहां से भाग सकता है और उसकी फोटो अलग-अलग जगहों पर चस्पा की गई है। कई सारे थाने जो बॉर्डर से लगते हैं वहां विकास दुबे की फोटो चस्पा की गई है और उसकी धरपकड़ बहुत तेजी के साथ की जा रही है।
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पत्रकारिता में बेदाग 11 वर्षों का सफर करने वाले युवा पत्रकार त्रिनाथ मिश्र ई-रेडियो इंडिया के एडिटर हैं। उन्होंने समाज व शासन-प्रशासन के बीच मधुर संबंध स्थापित करने व मजबूती के साथ आवाज बुलंद करने के लिये ई-रेडियो इंडिया का गठन किया है।
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