संवाददाता, मेरठ। राष्ट्रीय बेरोजगार मंच के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे रामचंद्र वाल्मीकि ने ई रेडियो को को बताया कि भाजपा की जातिवादी रणनीति के तहत अलग-थलग जिंदगी काटनी पड़ी। भाजपा से विधायक और एमएलसी रहने के बावजूद पार्टी में उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया।
एमएलसी भी रहा लेकिन भाजपा ने जातिवादी रणनीति के तहत की अनदेखी
पिछले छ: वर्षों से मेरठ के कमिश्नरी पार्क में बेरोजगारी को लेकर धरना दे रहे पूर्व रामचंद्र और उनके सहयोगी डीपी गिरि गोस्वामी ने प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार को सैकड़ों पत्र लिखे, लेकिन सरकार ने किसी भी पत्र का जवाब देना तो दूर छूना तक उचित न समझा।
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ये सत्य है कि भाजपा राजनैतिक फायदे के लिए वाल्मीकि समाज का प्रयोग करती हैं ।
सफाई कर्मचारी भाईयो के पैर धोना भी एक नाटक भर साबित हुआ ।
कैलाश बिङला