उनसे ही रेडियो इंडिया ने खास बातचीत की और यह जानने की कोशिश की कि आखिर इस पार्टी के गठन की आवश्यकता क्यों पड़ी? धर्मेंद्र मलिक बताते हैं कि देश में जिस तरह का माहौल पैदा किया जा रहा है उससे हमें इस पार्टी के गठन की आवश्यकता पड़ी। न तो कोई मजदूरों की सुन रहा है और ना ही कोई युवाओं की सुन रहा है। देश में बेरोजगारी चरम पर है और ऐसे में अगर समाज को एक नई दिशा में ले जाने की आवश्यकता पड़ेगी तो हमें एक नए संगठन की आवश्यकता भी होती है।
इन चीजों को ध्यान में रखते हुए हमने इस संगठन का गठन किया है और इसके बाद हम पूरे देश में एक आंदोलन चलाने के लिए तैयार हैं, इस आंदोलन में युवाओं के लिए रोजगार की मांग होगी, किसानों के लिए मजबूत किसान आयोग के गठन की मांग होगी, महंगाई पर अंकुश लगाने की बात होगी और आम आदमियों को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के बाद होगी। हमने यह ठान लिया है कि आने वाले समय में अब किसी भी तरीके की पब्लिक के साथ ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी हम जन आंदोलन करेंगे, दमनकारी नीतियों को किसी भी स्तर पर परास्त करने की पूरी कोशिश करेंगे।