- अर्चना सिंह, ई-रेडियो इंडिया
MABA ग्रुप Mehrauli Anandamayi association द्वारा अग्रवाल धर्मशाला मेहरौली में दुर्गा पूजा उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। दुर्गा पूजा अध्यक्ष दीपक सिंह सचिव गौतम सरकार, सुमित दफादर एवम सभी सदस्यों ने बहुत ही उत्तम पूजा व्यवस्था किए एवम् महिला सदस्यों का कार्य तो लाजवाब रहा। बच्चों बड़ों सभी ने बहुत ही मनभावन कला की प्रस्तुति की।
जीवन धारा ट्रस्ट के बच्चों ने भी नृत्य प्रस्तुत किए। जीवन धारा ट्रस्ट की संस्थापिका अनिता शास्त्री ने बताया मां दुर्गा पूजा का आयोजन हम प्रति वर्ष करते आ रहे है। मां दुर्गा हमारी धर्म और संस्कृति है, हम अपने हिंदू धर्म और संस्कृति को बढ़ाते है। प्रत्येक इंसान में मां दुर्गा विद्यमान है। सृष्टि की आरंभ और अंत भी मां में ही समाया हुआ है।
आपको बता दें कि, बंगाली समुदाय के लोग दुर्गा विसर्जन के दिन एक खास रस्म निभाते हैं, जिसे सिंदूर उत्सव या सिंदूर खेला कहते हैं। दुर्गा विसर्जन से पहले महिलाएं पान के पत्ते से मां के गालों को स्पर्श कर वरण करती है। जिसके बाद मां दुर्गा की मांग में सिंदूर भरती हैं और माथे पर सिंदूर लगती हैं। सभी महिलाओं ने बहुत उत्साह से सिंदूर खेला मे अपनी खुशी का इजहार किया। मां से सदा सुहागन रहना का आशिर्वाद मांगा। सब को मां दुर्गा का अशीष मिले यही कामना की इस के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया, मां को विदाई दी गईं।
आपको बता दें कि महरौली में आयोजित होने वाले इस दुर्गा पूजन को देखने के लिए दिल्ली के कोने-कोने से लोग एकत्रित होते हैं। यहां पर बच्चों द्वारा मनोरंजक पूर्ण झांकियों का प्रस्तुतीकरण, महिलाओं के द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में मां के गीतों पर थिरकना और पंडाल में मां की आरती के लिए विशेष तरह से व्यवस्था करना चर्चा का केंद्र बन जाता है। 9 दिनों तक लगातार मां के भक्ति में डूबे लोग खूब पूजा अर्चना करते हैं और इसके बाद दशहरे के दिन समापन किया जाता है।