शुद्धता कई मायनों में अलग-अलग प्रकार की होती है और इसके अपनाने में हमें मुश्किलों को भी सामना करना पड़ता है… आज हम बात कर रहे हैं वाणी व भोजन के शुद्धता की… अनावश्यक बोलना और किसी की गैरमौजूदगी में उसकी बुराई करना…
इसके अलावा भोजन में शुद्धता की बात करें तो हम देखते हैं कि खुले में रखे भोज्य पदार्थों को हम आसानी से ग्रहण कर लेते हैं…हमें इससे बच चाहिए। देखें पूरा वीडियो और अपनी राय जरूर दें-
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