बांसवाड़ा। कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटियों का मुकाबला करने के लिए देश में तीस लाख लोगों को नौकरी देने, पहली बार में ही स्थाई नौकरी, पेपर लीक के खिलाफ नया कानून लाने सहित पांच गारंटियों की घोषणा की है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बांसवाड़ा में आयोजित जनसभा में ये घोषणाएं की। श्री राहुल गांधी ने कहा कि देश में 30 लाख सरकारी रिक्त पद हैं लेकिन मोदी सरकार भर नहीं रही है लेकिन अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो सबसे पहला कदम तीस लाख लोगों को नौकरी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह सब युवाओं को अप्रेंटिसशिप का अधिकार दिया जायेगा और इसके तहत प्रत्येक कॉलेज ग्रेजुएट या डिप्लोमाधारी को पहली नौकरी पक्की होगी। प्रशिक्षुओं को एक लाख रुपये भी मिलेंगे।
उन्होंने तीसरी गारंटी का ऐलान करते हुए कहा कि पेपरलीक के खिलाफ नया कानून लाया जायेगा और इसके तहत
परीक्षा दिलावाने का तरीका बदला जायेगा और परीक्षाएं सरकारी संस्था ही करेगी और पेपरलीक हो गया तो ऐसी सख्त कानूनी कार्रवाई होगी ताकि दूसरी बार पेपर लीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गिग वर्कर्स के लिए राजस्थान में कानून बनाया गया था और यही कानून हिन्दुस्तान में बनाया जायेगा ताकि इन लोगों की सुरक्षा एवं पेंशन आदि हो सके। उन्होंने पांचवीं गारंटी की घोषणा करते हुए कहा कि मोदी ने स्टार्टअप, मेक इन इंडिया आदि किया लेकिन इसका कोई फर्क नही पड़ा और सारा फायदा दो-तीन अरबपति ले गये और युवाओं को कोई फायदा नहीं पहुंचा। लेकिन अब पांच हजार करोड़ रुपए का स्टार्टअप के लिए एक कोष बनाया जायेगा और यह हर जिले के लिए होगा। गरीबों के लिए यह फंड दिया जायेगा और यह गरीब, बेरोजगार युवाओं की मदद के लिए होगा।
उन्होंने वादा करते हुए कहा “आदिवासियों की जल और जंगल की लड़ाई हमारी लड़ाई है और हम हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे तथा जो भी कर सकेंगे शिक्षा, स्वास्थ्य, जल एवं जंगल के लिए दिल से करेंगे।”
श्री राहुल गांधी ने कहा कि इससे पहले उन्होंने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक करीब चार हजार किलोमीटर की लंबी यात्रा की और इस दौरान उन्होंने सबसे जयादा लोगों से बात की। इस दौरान युवा, किसान सहित हर वर्ग ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इसके बाद कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में एक क्रांतिकारी काम किया कि पहली बार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने का, जो किसान आंदोलन कर रहे हैं, उनकी मांग को घोषणा पत्र में शामिल कर पूरा किया गया है।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना की बात करते हुए कहा कि देश में 50 प्रतिशत पिछड़े लोग, आठ प्रतिशत आदिवासी ,15 प्रतिशत दलित, 15 ही अल्पसंयक है और सब मिलाकर करीब 90 प्रतिशत दलित, आदिवासी, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक लोग है जिसमें पांच प्रतिशत गरीब जनरल लोगों को मिला दे तो देश की 95 प्रतिश आबादी होती है और
हिन्दुस्तान की संस्थाओं एवं बजट एवं धन को देखे तो इन लोगों की इसमें भागीदारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रपति आदिवासी वर्ग से हैं लेकिन पिछले दिनों राममंदिर का उद्घाटन हुआ उसमें उन्हें नहीं बुलाया गया। इस कार्यक्रम में गरीब, किसान, मजदूर नहीं दिखें और वहां अंबानी, अडानी एवं वालीवुड के लोग थे। उद्योगपति थे जबकि गरीब, किसान, बेरोजगार, विकलांग आदि में से कोई नहीं था। उन्होंने कहा कि दो हिन्दस्तान दिखाई दे रहे जिसमें एक पांच प्रतिशत लोगों का और दूसरा शेष लोगों का।
उन्होंने कहा कि उद्योगपति आदिवासियों की जमीन लेते हैं लेकिन उनकी कंपनी में उन्हें जगह नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि देश को 90 लोग चलाते हैं और राजस्थान में भी 60-70 लोग ही चलाते हैं। उन्होंने कहा कि देश में 90 प्रतिशत
लोगों का काम मजदूरी करने का है और पांच प्रतिशत का काम देश की हर संस्था को कंट्रोल करने का है जो देश की प्रगति का सबसे बड़ा सवाल है। श्री राहुल गांधी ने कहा कि देश में जाति जनगणना कराये जाने से यह सब स्पष्ट हो जायेगा और यह भी साफ हो जायेगा कि देश में किस तरह ठगा जा रहा है।
श्री खड़गे ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की इन पांच गारंटियों के बारे में बताया और कहा कि कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी, राजीव गांधी आदि नेताओं ने जो काम किए वे सब कांग्रेस बताती है लेकिन भाजपा के लोगों द्वारा कुछ न कुछ बोलकर समाज को बांटने एवं अलग थलग करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ों पर अत्याचार किया जा रहा हैं, क्या इसलिए इन लोगों को देश की गद्दी पर बैठाया गया।
उन्होंने भाजपा एवं केन्द्र सरकार पर पूरे हिन्दुस्तान के लिए नहीं सोचने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह केवल आरएसएस एवं भाजपा के लिए क्या करना है, यही सेाचते है। उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबो के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम एक होकर चुनाव लड़ेंगे तो लोकसभा चुनाव में जरुर जीतेंगे। हालांकि हम विधानसभा में हार गए लेकिन अब लोकसभा चुनाव में मोदी को बतायेंगे कि बोलने से नहीं, काम करने से होता हैं यह बतायेंगे।