अक्सर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा ने संभल हिंसा का ठीकरा पुलिस और अदालत पर फोड़ा है। मौलाना तौकीर का कहना है कि संभल की हिंसा प्रायोजित है। संभल में दंगा नहीं हुआ है। संभल में हिंसा को पुलिस, प्रशासन और अदालत ने मिलकर अंजाम दिया है। अदालत का जो फैसला आया वो कानून के खिलाफ था। उन्होंने कहा कि दूसरे सर्वे की जरूरत नहीं थी। पहले सर्वे के बाद जब कुछ नहीं हुआ तो दूसरा सर्वे हंगामा करवाने के लिए कराया गया। धार्मिक नारेबाजी की गई। सर्वे टीम के साथ जो लोग गए थे वो लोग पत्थर अपने साथ लेकर गए थे। इस बेइमानी को दुनिया ने देखा है। देश की न्याय व्यवस्था, पुलिस पूरी दुनिया में बदनाम हो रही है।
तौकीर रजा ने कहा कि संभल में पुलिस गोली चलाती और पत्थर फेंकती हुई नजर आ रही है। संभल को कैद में रखा गया है। मैंने परसो जाने की कोशिश की तो बॉर्डर पर रोक दिया गया। जुम्मे की नमाज के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है कि अपने अपने घरों में करें। संभल में जो मौतें हुई उसके लिए जज, पुलिस जिम्मेदार हैं। पुलिस की गोली से उनकी हत्या की गई है।