दिल्ली चुनाव में 27 साल बाद भाजपा ने उलटफेर करते हुये आम आदमी पार्टी (AAP) को चारों खाने चित्त कर दिया है। इसमें सबसे बड़ा फैक्टर वो चार एम है जिसने मोदी को जीत दिलाई। लगता है पीएम मोदी द्वारा AAP के लिए दिया गया ‘आपदा’ शब्द इस परिणाम में सटीक बैठता दिख रहा है। तो आइये बात करते हैं उन चार एम फैक्टर की जिसके दम पर मोदी ने भाजपा को दिल्ली की सत्ता में बैठा दिया।
पहला M यानी महिला वर्ग
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जब अपना घोषणापत्र जारी किया था, तब उसमें महिलाओं को लेकर कई घोषणाएं की थीं. बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में महिला समृद्धि योजना के तहत महिलाओं को 2,500 रुपये की सम्मान राशि देने की बात कही है. इसके अलावा 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर देने का ऐलान किया था और होली व दीवाली में मुफ्त सिलेंडर देने की घोषणा की थी.
इतना ही नहीं बीजेपी ने AAP सरकार की फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए फ्री बस जैसी योजनाओं को जारी रखने का भरोसा दिया था. वहीं जेपी नड्डा ने कहा था कि मातृ सुरक्षा वंदना को और मजबूती प्रदान करने के लिए 6 पोषण किट दी जाएगी और हर गर्भवती महिला को 21,000 रुपये दिए जाएंगे. वहीं AAP ने महिलाओं के लिए प्रतिमाह 2100 रुपये देने का ऐलान किया था. हालांकि, कांग्रेस ने भी 2500 रुपये देने की बात की लेकिन पार्टी वोटों पर ‘पंजा’ नहीं मार पायी.
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना, महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना और छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन जैसी स्कीम ने चुनाव परिणाम में काफी कुछ असर दिखाया था. वहीं अब महिला समृद्धि योजना ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में रंग दिखा दिया, इस बार दिल्ली में रिकॉर्डतोड़ मतदान महिला मतदाताओं किया है. महिला वोटर्स ने इतिहास रचते हुए मतदान में पुरुषों को पछाड़ दिया. अब सत्ता भी बीजेपी की तरफ है.
दूसरा M यानी मिडिल वर्ग
मध्यम वर्ग को भी मोदी सरकार ने चुनाव से पहले बड़ी सौगात दी है. बजट में 12 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री किया गया है. इसको लेकर खुद पीएम मोदी ने कहा कहा कि विकसित भारत बजट 2025-26 हमारे देश के मध्यम वर्ग को बहुत लाभ पहुंचाएगा. सभी आय वर्गों के लिए कर में कटौती की गई है, जिससे मध्यम वर्ग और नई नौकरी पाने वालों को बहुत लाभ होगा. PM ने इस बार के बजट को भारत के इतिहास में सबसे अधिक मध्यम वर्ग के अनुकूल बजट करार दिया है.
आंकड़ें बताते हैं कि लगभग ढाई करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में टैक्स छूट से 67 फीसदी आबादी पर असर हो सकता है. वहीं, बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में गरीब, युवाओं और बुजुर्गों के लिए भी कई ऐलान किए थे. जैसे बीजेपी ने कहा कि मजदूरों को पांच लाख का दुर्घटना बीमा देंगे. 50 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे. यमुना का विकास करेंगे. 20 लाख युवाओं के लिए रोजगार पैदा करेंगे. पांच साल में दिल्ली की समस्या को खत्म करेंगे. दिल्ली में पांच लाख का इलाज फ्री देंगे. वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 प्रति माह करेंगे. 70+ वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं, बेसहारा एवं परित्यक्त महिलाओं की पेंशन ₹2,500 से बढ़ाकर ₹3,000 प्रति माह करेंगे.
तीसरा M यानी ‘मोदी की गारंटी’
बीजेपी अपने चुनावी प्रचार में मोदी की गारंटी को प्रमुख कैंपने के तौर पर उठाया है. पूरे चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं ने जीत का दावा करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के तौर पर बताया है. दिल्ली चुनाव परिणामों पर रवि किशन ने कहा कि मोदी की गारंटी, केजरीवाल की गंदी राजनीति का अंत हुआ है.
चौथा M यानी मुस्लिम मतदाता
दिल्ली की 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 7 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में हैं. ये सीटें मटिया महल, बाबरपुर, सीलमपुर, ओखला, मुस्तफाबाद, चांदनी चौक और बल्लीमारान है. इनमें से दो सीटों पर बीजेपी चौंकाते हुए दिखी. दिल्ली में करीब 13 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं. इस बार चुनाव में मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर जमकर मतदान हुआ था. बीजेपी के मिले वोट बताते हैं कि इस बार मुस्लिमों के अच्छे खासे वोट पार्टी को मिले हैं.