मेरठ। आज एक तेंदुए ने मेरठ में पुलिस और वन विभाग को खूब छकाया। साथ ही लोगों के काौतूहल को केन्द्र भरी बना रहा। अंतत: दस घंटे की मशक्कत के बाद उसे काबू किया जा सका। मेरठ के पल्लवपुरम में शुक्रवार की सुबह उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एक तेंदुआ घर में घुस आया। बाद में पल्लवपुरम फेज टू में इस घर के अंदर से जाल तोड़कर भागा तेंदुआ एक प्लाट में झाड़ियों में छिपा। वन विभाग की टीम ने प्लाट के चारों ओर जाल लगा दिया और ट्रेंकुलाइज करने की भी तैयारी शुरू की।
दस घंटे की मशक्कत के बाद शाम को करीब पांच बजे ट्रेंकुलाइज कर तेंदुआ पकड़ा जा सका। तेंदुए को देखने के लिए उमड़ी भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर भगाया। वहीं डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है।
सुबह घर के आंगन में दिखाई दिया तेंदुआ
शुक्रवार सुबह पल्लवपुरम फेज टू निवासी आभा अपने घर की रसोई में बच्चों के लिए नाश्ता बना रहीं थीं। करीब 7:50 पर तेंदुआ उनके घर के आंगन में कूलर के नीचे दिखाई दिया। उन्होने शोर मचाया तो तमाम लोग घर के बाहर एकत्र हो गए। वहां पहुंची पुलिस ने वन विभाग की टीम को बुलाया। वन विभाग ने पूरे घर की घेराबंदी कर तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लगा दिया।
निकला और फिर झाड़ियों में घुस गया तेंदुआ
वन विभाग के कर्मचारियों ने झाड़ियों में जैसे ही डंडा मारा तो तेंदुआ झाड़ियों से निकला और बाहर की ओर भागने के लिए जाल में दो से तीन टक्कर मारी मगर वह बाहर नहीं निकल पाया। बाद में तेंदुआ वापस झाड़ियों में घुस गया। हाइड्रोलिक मशीन पर सवार वनकर्मी तेंदुए को ट्रेंकुलाइज नहीं कर पाए थे।
चारों ओर मची भगदड़
दस मिनट तक तेंदुआ जाल में फंसा और फिर जाल तोड़कर डिवाइडर रोड की तरफ सड़क पर आ गया। इससे भगदड़ मच गई। तेंदुआ अनीता चौधरी के प्लाट में घुस गया। वन विभाग व पुलिस ने प्लाट के चारों ओर जाल लगाना शुरू किया तो तेंदुआ वहां से निकलकर पास के प्लाट में जा घुसा। इस प्लाट में झाड़ियां और पेड़ है। करीब दो घंटे से तेंदुआ यहीं छिपा रहा। पुलिस और वन विभाग की टीम ने चारों तरफ जाल लगा दिया और तेंदुए की हर हलचल पर नजर रखी गई। ट्रेंकुलाइज करने के लिए भी टीम बुला ली गई। वहां मौजूद भीड़ को हटाने के लिए कई बार पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं।
पूरी तरह से की गई घेराबंदी
वहीं चिकित्सक आरके सिंह को भी तेंदुए को बेहोश करने के लिए बुलाया गया। झाड़ी में घुसे तेंदुए की हलचल का वन विभाग और चिकित्सा विभाग के अफसर इंतजार करते रहे। पुलिसकर्मी और वन विभाग के कर्मचारियों ने प्लाट की घेराबंदी की। तेंदुए के झाड़ियों में बेहोश करने के लिए उसकी हलचल का इंतजार किया गया। पुलिसकर्मी डिवाइडर रोड पर भीड़ को हटाने में लग गए। पूरे दिन ही तेंदुए को पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
जाल में फंसने से रह गया तेंदुआ
सुबह के मकान से दीवार कूद कर जैसे ही तेंदुआ बाहर की तरफ भागा तभी जाल में फंस गया। और करीब 10 मिनट तक निकलने का प्रयास किया। इसी बीच एकाएक जाली की गांठ खुल गई और तेंदुआ बहुत तेजी से निकल कर भागा। जिसको देख आसपास खड़े पुलिसकर्मी व भीड़ भी सड़क पर गिर गई। बच्चे अपने घरों की छतों पर रोने लगे। उसके बाद तेंदुआ डिवाइडर रोड के पास एक बड़े प्लॉट में चला गया।
शाम को आया पाया काबू में
दस घंटे की मशक्कत के बाद शाम को तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने के बाद वन विभाग की टीम ने पिंजरे में डाल दिया। तेंदुए को देखने के लिए उमड़ी भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर भगाया। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि तेंदुए को शिवालिक के जंगलों में छोड़ा जाएगा। वन विभाग की टीम सहारनपुर जाने की तैयारी कर रही थी।