लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी गुरुवार को बिहार एक बार फिर बिहार पहुंचे थे। बिहार में उन्होंने दरभंगा में बिना अनुमति के एक छात्रावास में छात्रों को संबोधित किया और पटना में ज्योतिबा और सावित्री बाई फुले के जीवन पर बनी फिल्म ‘फुले’ देखी। उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग की। वे करीब सात घंटे बिहार में रहे और उनके लौटने के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। उनके ऊपर बिना परमिशन के छात्रावास में कार्यक्रम को लेकर जिला कल्याण पदाधिकारी की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई।
दरभंगा में प्रशासन की ओर से परमिशन नहीं दिए जाने के बाद भी राहुल छात्रावास पहुंचे। पुलिस ने उनको रास्ते में रोकने की कोशिश की लेकिन वे गाड़ी से उतर गए और पैदल की छात्रावास में घुस गए। वहां उन्होंने छात्रों को संबोधित किया। राहुल ने कहा, ‘मोदी ने डर कर जातीय जनगणना करवाने का ऐलान किया है। लोकसभा में हमने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आपको जाति जनगणना करानी पड़ेगी। संविधान को माथे से लगाना पड़ेगा। आपके दबाव से पीएम ने जातीय जनगणना कराने का ऐलान किया। लेकिन वो लोकतंत्र, संविधान और जाति जनगणना के खिलाफ हैं। यह अडानी, अंबानी की सरकार है’। राहुल ने आगे कहा, ‘सरकार को प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण देना चाहिए। प्राइवेट सेक्टर में रिजर्वेशन नहीं मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी’।
दरभंगा से पटना पहुंचने के बाद उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ‘फुले’ मूवी देखी। थिएटर से निकल कर उन्होंने कहा, ‘अच्छी थी, सभी को देखना चाहिए’। शाम साढ़े पांच बजे राहुल पटना से दिल्ली के रवाना हो गए। हवाईअड्डे पर उन्होंने मीडिया से बात की और कहा, ‘मैं यहां कमजोर वर्गों, पिछड़े वर्ग, दलितों के छात्रों के साथ बातचीत करने आया था, लेकिन उन्होंने मुझे रोकने की कोशिश की और मुझे अनुमति नहीं दी। लेकिन हमारा काम हो गया। सभी को फुले फिल्म देखनी चाहिए, यह बहुत अच्छी है।’