मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय के प्रणेता, महान चिंतक, विचारक और भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे। उनकी दृष्टि व विजन के कारण गांव, गरीब, किसान व महिलाएं राजनीतिक दलों के एजेंडे के हिस्से बने। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने 60-70 वर्ष पहले विचारों के माध्यम से भारतीय राजनीति को जो जीवनदृष्टि दी, उनका चिंतन-मनन आज भी न केवल भारतीय लोकतंत्र, बल्कि राजनीतिक दलों द्वारा प्रारंभ किए गए विभिन्न कार्यक्रमों में देखने को मिलता है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर चारबाग रोड स्थित केकेसी कॉलेज के समीप दीनदयाल उपाध्याय स्मृतिका में लगी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सदस्यता अभियान के तहत पांच लोगों को भारतीय जनता पार्टी का सदस्य बनाया।
सीएम योगी ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन में गांव, गरीब, किसान, समाज के दबे-कुचले लोगों व महिलाओं को स्वावलंबन के पथ पर अग्रसर करने की दृष्टि है और उस तबके लिए सहानुभूति है। हर हाथ को काम, हर खेत को पानी उनका उद्घोष था। वे कहते थे कि आर्थिक प्रगति का पैमाना ऊंचे पायदान पर नहीं, बल्कि सबसे नीचे पायदान पर खड़े व्यक्ति के माध्यम से की जानी चाहिए।
सीएम योगी ने कहाकि 70 वर्ष पहले पं. दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय राजनीति को जो दृष्टि दी थी, वह आज भी प्रासंगिक बनी है। इसी का परिणाम है कि कोरोना महामारी के दौरान से ही देश में 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन, 12 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय, 10 करोड़ घरों में उज्ज्वला योजना का निशुल्क सिलेंडर, 4 करोड़ गरीबों को मकान, 12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त हुआ है। यह दृष्टि समाज को समग्र रूप से विकास के पथ पर अग्रसर करने, सामाजिक विकास के माध्यम से सांस्कृतिक उत्थान व राष्ट्र के समग्र विकास की रूपरेखा को बढ़ाने की है।