- संवाददाता, मेरठ
कांवड़ यात्र की सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। इस बार कांवड़ यात्र में जनभावनाओं और आस्था के साथ ही कोविड प्रोटोकाल का भी सख्ती के साथ पालन कराया जाए। कांवड़ यात्र के सुरक्षित, सकुशल व सफल संचालन में किसी भी तरह की कोताही न की जाए।
शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री ने सभी मंडलायुक्तों और पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कांवड़ यात्र-2021 की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्र के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए कांवड़ सेवा संघों से बात की जाए।
महामारी से बचाव के लिए सतर्कता व सावधानी बरती जाए। देवालय, शिवालय और धर्मशालाओं में कोविड हेल्प डेस्क, कोविड केयर सेंटर, एंबुलेंस सेवा, हास्पिटल में आरक्षित बेड आदि उपलब्ध रहें। इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की जाए।
कांवड़ यात्र तथा मंदिरों के रास्तों पर विशेष साफ-सफाई, पथ प्रकाश, बिजली के जर्जर और झूलते तारों को ठीक करना सुनिश्चित किया जाए। विद्युत आपूर्ति और पेयजल सहित यात्रियों के लिए जन-सुविधाओं की भी उपलब्धता रहे। कमिश्नर, एडीजी जोन तथा आइजी प्रवीण कुमार शामिल हुए।
- कांवड़ यात्र में यात्रियों की संख्या कम से कम रहे।
- कांवड़ संघों से संवाद करके कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए।
- प्रयास रहे कि कांवड़ लेने स्वस्थ लोग ही जाएं।
- ज्यादा से ज्यादा कोविड हेल्प व केयर सेंटर स्थापित करें।
- किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्र न होने दें। जहां ज्यादा लोग एकत्र होते हों वहां विशेष ध्यान रखा जाए।
- जर्जर तार, सड़कों के गड्ढे, झुके पेड़ यात्र से पहले ठीक करें।
- खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य टीमें तैनात की जाएं। सफाई और पथ प्रकाश सुनिश्चित किया जाए।
- कमिश्नर ने तैयार की रणनीति
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की बैठक के बाद स्थानीय स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए रोजाना एक एक विभाग के अफसरों के साथ बैठक की जाएगी। प्रत्येक जनपद की तैयारी के लिए अलग बैठक होगी। एक दिन हरियाणा और उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ भी बैठक की जाएगी।
वहीं जिलाधिकारी के बालाजी ने भी बैठक करके कांवड़ यात्र से संबंधित सभी विभागों के अफसरों को जिम्मेदारियां निर्धारित की। उन्होंने सभी विभागों से अपनी कार्ययोजना तैयार करने तथा नोडल अधिकारी तैनात करके नाम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सावन महीने से पहले ही बकरीद का त्यौहार पड़ रहा है। जिसे लेकर पूरी सतर्कता और सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी खुले में कुर्बानी न होने दे।