चाय-कॉफी को लेकर कई सारे मिथक सामने आते हैं, जिसमें कई लोगों का मानना यह होता है कि चाय कॉफी का सेवन करने से सेहत पर बुरे प्रभाव पड़ते हैं, इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए. लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि अगर नियमित मात्रा में सही तरीके से चाय और कॉफी का सेवन किया जाए, तो इससे सेहत पर पॉजिटिव इफेक्ट भी पड़ते हैं और इतना ही नहीं इससे हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि हार्ट हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए आपको किस तरह से चाय या कॉफी का सेवन करना चाहिए।
क्यों होती है हार्ट से संबंधित बीमारियां
जानकार बताते हैं हार्ट से संबंधित बीमारियों के बढ़ने की सबसे बड़ी वजह आज का अनहेल्दी लाइफस्टाइल है, जिसमें बाहर का जंक फूड खाना, स्मोकिंग-शराब का सेवन, कम नींद, स्ट्रेस जैसे फैक्टर्स जिम्मेदार हैं. ऐसे में बेहद कम उम्र में लोग हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं और आगे चलकर ये बीमारियां हार्ट को नुकसान पहुंचा रही है. लेकिन इस स्टडी ने साफ कर दिया है कि नियमित रूप से चाय-कॉफी और कैफीन का सेवन हार्ट से संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करता है।
हार्ट अटैक के खतरे को कम करें चाय-कॉफी
हाल ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से निर्धारित मात्रा में चाय या कॉफी का सेवन करते हैं, उनमें हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता है. दरअसल, कॉफी में मौजूद कैफीन और अन्य नेचुरल यौगिक दिल की धमनियों में सुधार कर सकते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करते हैं. इससे ब्लड फ्लो भी बेहतर होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता है।
दूसरी और चाय में फ्लेवोनॉयड्स और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देते हैं. यह हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
कितनी मात्रा में करें चाय-कॉफी का सेवन
चाय और कॉफी अगर लिमिटेड मात्रा में पी जाए, तो यह दिल के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो इसका नेगेटिव असर भी बॉडी पर पड़ता है. आप दिन में 1 से 2 या 3 कप चाय या कॉफी का सेवन कर सकते हैं. कोशिश करें कि बिना चीनी वाली चाय कॉफी पिएं या ब्लैक टी ब्लैक कॉफी का सेवन करें। रिसर्च में यह भी कहा गया है कि केवल चाय या कॉफी का सेवन करने से ही हार्ट अटैक से नहीं बचा जा सकता है, इसके साथ हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट भी बहुत जरूरी है।