वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यह फैसला भूलवश जारी हो गया था। भूल से जारी फैसले में नौ छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 1.10% तक की कटौती की गई थी। सरकार ने पिछले साल 1 अप्रैल 2020 को ही छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की थी। तब इनकी ब्याज दरों में 1.40% तक की कटौती की गई थी।
इन योजनाओं में किया गया था कटौती का ऐलान
इस फैसले में PPF, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, मंथली इनकम स्कीम, टाइम डिपॉजिट, लेकरिंग डिपॉजिट और बचत खाते में जमा पैसों पर ब्याज दरें कम कर दी गईं थी। अब इन बचत योजनाओं में लाभार्थियों को पहले की तरह ब्याज मिलता रहेगा।
वित्त मंत्री ने क्या कहा?
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा है कि स्मॉल सेविंग स्कीमों पर लागू दरें उसी स्तर पर बरकरार रहेंगी, जो वित्त वर्ष 2020-21 की आखिरी तिमाही पर थीं। उन्होंने आगे कहा कि दरें घटाने के पहले के ऑर्डर को जल्द ही वापस ले लिया जाएगा।
12 घंटे में ही वापस लिया फैसला
सरकार ने 31 मार्च को रात करीब 9 बजे स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया था। इसके बाद सुबह करीब साढ़े आठ बजे इस फैसले को वापस ले लिया।