Dehati Babu ने सोचा की क्यों दिल्ली की ओर रुख किया जाय क्योंकि वहां आम आदमी की सरकार दारू की होम डिलिवरी करा रही है। लेकिन Dehati Babu शराब तो पीते नहीं। फिर उनके मन में एक आइडिया आया, उन्होंने सोचा दोस्तों का भला किया जाए और फिर वो चल दिये दिल्ली।

सियासी आकड़ों में फंसे हैंकड़ों की खबर
Dehati Babu ने सोचा की क्यों दिल्ली की ओर रुख किया जाय क्योंकि वहां आम आदमी की सरकार दारू की होम डिलिवरी करा रही है। लेकिन Dehati Babu शराब तो पीते नहीं। फिर उनके मन में एक आइडिया आया, उन्होंने सोचा दोस्तों का भला किया जाए और फिर वो चल दिये दिल्ली।