बरेली। भारत सरकार ने खाद्यान्न और आटा कीमतों पर लगाम लगाने हेतु कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत भारतीय खाद्य निगम फ्लोर मिलर्स को नीलामी से गेहूं आवंटित करेगा। पहली नीलामी बोली प्रकिया 4 दिसंबर बुधवार सुबह ऑनलाइन शुरू हुई। पहले दिन उत्तर प्रदेश में अधिकतम बोली 2932 रुपए प्रति कुंतल लगी। जबकि बरेली मंडल में बोली 2820 से 2890 रुपए प्रति कुंतल दर से गेहूं आवंटित हुआ।
सरकार द्वारा पिछले वर्ष जून माह से नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई थी। इस बार 4 दिसंबर से नीलामी शुरू कराई गई है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) हर सप्ताह गेहूं नीलाम करेगा। देशभर में 25 लाख टन गेहूं खुले बाजार में नीलाम करने की योजना है। योजना से पहले दिन उत्तर प्रदेश में 14000 टन गेहूं नीलाम हुआ। बरेली मंडल में1000 टन गेहूं फ्लोर मिलों द्वारा खरीदा गया। बरेली मंडल में नीलामी प्रक्रिया में दर्जन भर से अधिक मिलों ने भाग लिया। नीलामी प्रक्रिया हर बुधवार को अपनाई जाएगी।
महंगाई पर नियंत्रण योजना
महंगाई और खाद्य पदार्थ कीमतें नियंत्रित करने के लिए सरकार ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) बफर स्टॉक से 25 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं 31 मार्च 2025 तक थोक खरीदारों, जैसे आटा मिलों, गेहूं उत्पाद निर्माताओं, प्रोसेसर और उपयोगकर्ताओं को बेचने का निर्णय लिया है। यह बिक्री सरकारी खुले बाजार बिक्री योजना (OMSS) तहत ई-नीलामी माध्यम से होगी।