जैसलमेर। पर्यटन क्षेत्र राजस्थान की रीढ़ की हड्डी है। राज्य की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार के पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने के महत्वपूर्ण निर्णय, राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना, ढोला मारू कॉम्प्लेक्स निर्माण आदि प्रयासों से राजस्थान में पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। यह बात नव वर्ष पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने अपने जैसलमेर दौरे के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने आरटीडीसी होटल समढाणी, जैसलमेर का निरीक्षण किया तथा समढाणी से हेलीकॉप्टर जॉयराइड का ट्रायल राइड ली। साथ ही जॉयराइड का लुफ़्त उठा रहें अन्य पर्यटकों से संवाद करते हुए फ़ीडबैक भी लिया।
राठौड़ ने बताया कि जैसलमेर में हेलीकॉप्टर जॉयराइड सेवा को पर्यटकों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा हैं। हेलीकाप्टर जॉयराइड के माध्यम से राजस्थान के विभिन्न पर्यटन स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ने की योजना है जिसमें धार्मिक, वाइल्ड लाइफ़ आदि सर्किट बनाये जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आरटीडीसी के तत्वावधान में पर्यटकों को सड़क एवं रेल मार्ग के साथ ही हवाई मार्ग से पर्यटन सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से समढाणी जैसलमेर से हेलीकॉप्टर जॉयराइड की पहल की गई है।
आरटीडीसी अध्यक्ष ने पैलेस ऑन व्हील का जिक्र करते हुए बताया कि विश्व की दस लग्जरी ट्रेन में से पैलेस ऑन व्हील एकमात्र रेलगाड़ी है जो वर्तमान में पटरी पर दौड़ रही है। उन्होंने बताया कि पैलेस ऑन व्हील के न्यू ईयर टूर के तहत यात्रा कर रहे देशी विदेशी पर्यटक यात्रियों के नववर्ष का अभिनन्दन अजमेर में स्वागतम कार्यक्रम कर आयोजित किया गया था। आरटीडीसी अध्यक्ष राठौड़ ने सोनार दुर्ग, गडीसर झील आदि स्थलों पर पहुंचकर वहां उपस्थित पर्यटकों से संवाद भी किया।
राठौड़ ने पर्यटकों से संवाद करते हुए बताया कि राज्य सरकार आरटीडीसी के माध्यम से पर्यटकों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ प्रयास कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन व अधिकारियों से पर्यटकों को सुविधा सुनिश्चित करने के प्रयासों को लेकर चर्चा भी की।