- संवाददाता, दरभंगा
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से बेहतर ग्रेडिंग के दावे का भौतिक सत्यापन करने के लिए राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) की टीम 23 से 25 नवंबर तक तीन दिन का दौरा करेगी। इसको लेकर छुट्टी के दिनों में भी स्नातकोत्तर विभागों समेत विश्वविद्यालय मुख्यालय खुले रह रहे हैं।
इससे पूरे परिसर में खूब चहल-पहल देखी जा रही है। विश्वविद्यालय मुख्यालय से लेकर विभागों तक नैक की तैयारी चल रही है। प्रशासनिक विभाग में अच्छी रोशनी के साथ एक नया रूप दिया जा रहा है। विभागों में हर कोने पर गमले में पौधे लगाए जा रहे हैं। टीम का स्वागत रेड कारपेट पर किया जाएगा। इसको लेकर विभागाध्यक्ष तैयारी में लगे हैं। विश्वविद्यालय में 24 स्नातकोत्तर विभाग और दर्जनभर से अधिक संस्थान हैं। चार जिलों में संबद्ध और अंगीभूत मिलाकर लगभग सौ से अधिक कालेज हैं। सूत्रों की माने तो नैक टीम 23 नवंबर को पहले दिन के निरीक्षण में सबसे पहले विश्वविद्यालय मुख्यालय पहुंच सकती है।
अन्य गतिविधियों को लेकर प्रजेंटेशन दे सकते हैं कुलपति
इसके बाद कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह पिछले पांच वर्षों की उपलब्धि, शोध, सुविधाओं, एमओयू, एलुमनी सहित विश्वविद्यालय की अन्य गतिविधियों को लेकर प्रजेंटेशन दे सकते हैं। आइक्यूएसी कार्डिनेटर टीम के समक्ष पीपीटी प्रस्तुत कर सकते हैं। प्रजेंटेशन के बाद डीन्स, बोर्ड आफ स्टडीज के अध्यक्ष और विभागाध्यक्ष के साथ मीटिंग की संभावना जताई जा रही है। बता दें, वर्तमान में मिथिला विश्वविद्यालय के पास बी ग्रेड है। इस बार विश्वविद्यालय ने ए प्लस प्लस का दावा किया है। यदि विश्वविद्यालय को यह ग्रेड मिल जाता है तो ग्रांट बढ़ जाएगी। इसके बाद परीक्षा विभाग, एडवांस रिसर्च सेंटर, स्टूडियो, हास्पिटल का निरीक्षण करेगी। साथ ही वर्तमान व पूर्व छात्रों से बातचीत भी करेगी।
बदला-बदला रहेगा नजारा
नैक निरीक्षण को लेकर 22 से 25 तक विश्वविद्यालय के अंदर की व्यवस्थाएं बदली रहेगी। विश्वविद्यालय मुख्यालय में किसी भी वाहनों को सीधे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए पार्किंग की अलग व्यवस्था की जाएगी।
गेट पर विद्यार्थियों को आई कार्ड देखने के बाद प्रवेश दिया जाएगा। पूरे परिसर की सफाई के साथ फव्वारे भी चालू किए जाएंगे। इसके अलावा विभागों के बोर्ड भी बदल दिखेंगे।
नैक निरीक्षण को लेकर सभी तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है। निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय में किसी को भी सीधे प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। विद्यार्थी आई कार्ड के साथ प्रवेश करेंगे। वाहनों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था करने को निर्देशित किया गया है। -प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलपति, लनामिवि, दरभंगा।