कुम्भ स्नान बाद आसपास धार्मिक स्थलों पर पहुंच रहे श्रद्धालु
विंध्यवासिनी धाम में तकरीबन 5 लाख और नैमिषारण्य में एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मां विंध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य, अयोध्या में उमड़ा जनसैलाब
अब तक तकरीबन 7 करोड़ से अधिक लोग आ चुके महाकुम्भ
लखनऊ। प्रयागराज महाकुम्भ में पहुंचे देश-विदेश श्रद्धालु धार्मिक स्थलों पर भी पहुंचने लगे हैं। स्नान के उपरांत श्रद्धालु 13, 14 व 15 जनवरी को श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मां विंध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य व अयोध्या में दर्शन-पूजन करने पहुंचे। अब तक तकरीबन सात करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकुम्भ में स्नान-पूजन किया। अयोध्या में तीन दिन में तकरीबन 10 लाख, काशी विश्वनाथ मंदिर में 7.41 लाख, विंध्यवासिनी धाम में 5 लाख व नैमिषारण्य धाम सीतापुर में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया।
श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मां विंध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य, अयोध्या भी पहुंच रहे श्रद्धालु
प्रयागराज से श्रद्धालु श्रृंगेवरपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मां विंध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य, अयोध्या भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इन क्षेत्रों में पहुंचने से स्थानीय रोजगार को भी काफी बढ़ावा मिल रहा है।
काशी विश्वनाथ में तीन दिन में पहुंचे 7.41 लाख से अधिक श्रद्धालु
काशी विश्वनाथ मंदिर में तीन दिन में 7.41 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। यहां 13 जनवरी को 2.19 लाख, 14 जनवरी को 2.31 लाख और 15 जनवरी को 2.90 लाख से अधिक दर्शन करने पहुंचे। विंध्यवासिनी धाम में 5 लाख व नैमिषारण्य धाम में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया।
प्रयागराज से अयोध्या पहुंचा श्रद्धालुओं का सैलाब
रामनगरी में निरंतर श्रद्धालुओं का सैलाब पहुंच रहा है। जय श्रीराम के जयकारे संग अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं की आस्था से पूरी नगरी राममय हो गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ निर्देश पर जिला प्रशासन दर्शनार्थियों के लिए सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध करा रहा है। तकरीबन 10 लाख से अधिक श्रद्धालु तीन दिन में अयोध्या पहुंचे हैं। रामलला के 500 वर्ष बाद विराजमान होने के उपरांत यहां सर्वाधिक श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। यहां रामलला व हनुमानगढ़ी दर्शन हेतु श्रद्धालु लंबी लाइन उमड़ी है। सीएम निर्देश पर आयुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, एसएसपी राजकरण नैयर, नगर आयुक्त संतोष शर्मा व अन्य अधिकारी धर्मपथ, रामपथ व भक्तिपथ पर भ्रमण करते रहे। यहां जरूरतमंदों को आश्रय स्थल भी भेजा गया है।
