दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। पदयात्रा में पता नहीं उनको टूटी सड़कें, गंदे नाले, जाम पर पड़े सीवर, कूड़े के ढेर, झुग्गियों की भीड़ आदि दिखाई दे रही है या नहीं, लेकिन वे यह वादा जरूर कर रहे हैं कि लोग उनको फिर से मुख्यमंत्री बनाएं तो वे मुफ्त में वस्तुएं और सेवाएं देने की योजनाओं को जारी रखेंगे। उन्होंने दिल्ली के लोगों से कहा कि वे उनको फिर से मुख्यमंत्री बनाएं और अगर नहीं बनाया तो भाजपा आ जाएगी और भाजपा आ गई तो सारी मुफ्त की योजनाओं को बंद कर देगी।
भाजपा ने इसका तत्काल प्रतिवाद किया और कहा कि भाजपा की सरकार बनी तो मुफ्त की किसी योजना को बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि वह और ज्यादा चीजें मुफ्त में देगी। भाजपा ने कहा कि केजरीवाल की सरकार तो मकान मालिकों को ही मुफ्त बिजली और पानी की सुविधा देती है, अगर भाजपा आ गई तो किरायदारों को भी इस योजना का लाभ देगी। सो, कुल मिला कर राष्ट्रीय राजधानी में चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का एजेंडा तय हो गया है। दोनों पार्टियां इस बात पर चुनाव लड़ेंगी कि कौन ज्यादा वस्तुएं और ज्यादा सेवाएं मुफ्त में दे सकता है। केजरीवाल अभी समय का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वे छह मुफ्त की रेवड़ी दे रहे हैं और सातवां भी देंगे। वे सही समय पर सातवीं रेवड़ी का ऐलान करेंगे। इस बीच दिल्ली का बजट घाटे में जाता जा रहा है और दिल्ली नर्क बनती जा रही है।