- चोरी के आरोप में भारतीय महिला की गिरफ्तारी के बाद अमेरिका की सख्ती, भारतीयों को चेतावनी
- आपका एक अपराध — आपके वीजा का अंत: अमेरिकी दूतावास
अमेरिका में अवैध प्रवासियों और विदेशी नागरिकों के प्रति ट्रम्प प्रशासन पहले से ही कड़ा रुख अपनाए हुए है। इसी बीच एक चौंकाने वाली घटना के बाद भारतीयों के लिए एक सख्त चेतावनी जारी की गई है। अमेरिकी दूतावास ने भारत में एक सार्वजनिक एडवाइजरी जारी कर सोशल मीडिया के माध्यम से साफ संदेश दिया है कि चोरी, हमला या सेंधमारी जैसे अपराधों में शामिल पाए जाने पर न केवल वीजा रद्द किया जा सकता है, बल्कि ऐसे व्यक्ति को भविष्य में अमेरिका की यात्रा करने का अधिकार भी खोना पड़ सकता है।
दूतावास की यह एडवाइजरी उस समय आई है जब इलिनोइस राज्य के एक ‘टारगेट स्टोर’ में एक भारतीय महिला को चोरी के आरोप में हिरासत में लिया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार महिला पर लगभग 1,300 डॉलर (करीब एक लाख रुपये) के सामान चुराने का आरोप है। स्टोर में महिला की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए सुरक्षा कर्मचारियों ने पहले अपने वरिष्ठों को सूचित किया और फिर पुलिस को बुलाया गया। महिला ने चोरी किए गए सामान का भुगतान करने की कोशिश की, लेकिन तब तक पुलिस हस्तक्षेप कर चुकी थी और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई।
इस घटना के तुरंत बाद अमेरिकी दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सख्त संदेश देते हुए कहा— “संयुक्त राज्य अमेरिका कानून और व्यवस्था को अत्यधिक महत्व देता है और उम्मीद करता है कि विदेशी आगंतुक अमेरिकी कानूनों का पूर्णतः पालन करेंगे।”
दूतावास द्वारा जारी चेतावनी में विशेष रूप से यह भी कहा गया है कि कोई भी आपराधिक गतिविधि — चाहे वह चोरी हो, हमला हो या सेंधमारी — विदेशियों के वीजा रद्द करने और उन्हें देश से निष्कासित करने के लिए पर्याप्त आधार बन सकती है। साथ ही भविष्य में अमेरिका में प्रवेश की सभी संभावनाएं समाप्त हो सकती हैं।
भारतीय समुदाय में चिंता
गौरतलब है कि अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की आबादी 52 से 55 लाख के बीच है (स्रोत: अमेरिकी जनगणना ब्यूरो, प्यू रिसर्च सेंटर एवं भारत का विदेश मंत्रालय)। यह समुदाय आमतौर पर पेशेवर, व्यापारिक और तकनीकी क्षेत्रों में प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है। ऐसे में यह चेतावनी विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
भारतीय समुदाय में इस घटना और चेतावनी के बाद चिंता की लहर है। प्रवासी भारतीयों और अमेरिका में रह रहे छात्रों को डर सता रहा है कि किसी भी छोटी गलती की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। सोशल मीडिया पर भी यह विषय चर्चा में है, और कई लोग इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
ट्रम्प प्रशासन की सख्त नीति
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब ट्रम्प प्रशासन अमेरिका में “जीरो टॉलरेंस” की नीति को सख्ती से लागू करने के दावे कर रहा है। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि अवैध प्रवासियों या आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निर्वासन (डिपोर्टेशन) प्रमुख रूप से शामिल है।
क्या हो सकती हैं सजा?
अमेरिका में चोरी जैसे अपराधों को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। इसके लिए जुर्माना, कारावास या सामुदायिक सेवा जैसी सजाएं दी जा सकती हैं। इसके अतिरिक्त, विदेशी नागरिकों के मामले में यह अपराध उनके इमिग्रेशन रिकॉर्ड पर स्थायी रूप से दर्ज हो जाता है, जिससे भविष्य में अमेरिका में प्रवेश और वीजा प्राप्त करना लगभग असंभव हो जाता है।
भारतीयों को सलाह
अमेरिकी दूतावास ने भारतीय नागरिकों को यह सलाह दी है कि वे अमेरिका में रहते हुए सभी स्थानीय कानूनों और सामाजिक नियमों का पालन करें। एक छोटी सी गलती उनका भविष्य संकट में डाल सकती है।