सरधना (मेरठ)। थाना सरधना क्षेत्र के मुल्हेड़ा गांव में बृहस्पतिवार को प्रधान पद पर चुनाव जीतने वाले और हारने वाले प्रधान के समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई। दोनों पक्षों में लाठी डंडे और धारदार हथियार चले। दिन के समय सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। वहीं देर रात दोनों पक्षों के बीच पथराव और फायरिंग हो गई। संघर्ष में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए।मुल्हेड़ा निवासी नफीस व दूसरे पक्ष से साजिद दोनों ही हाल ही में हुए प्रधान पद के चुनाव में प्रत्याशी के समर्थक रहे।
चुनाव में साजिद साजिद समर्थक प्रत्याशी कुलदीप ने जीत दर्ज की। नफीस पक्ष का प्रत्याशी प्रदीप फौजी चुनाव में हार गया। इसी रंजिश को लेकर दोनों पक्षों में उसी समय से तनातनी चली आ रही थी । बृहस्पतिवार को नफीस व साजिद पक्ष के लोगों से संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों के दो लोगों को मामूली चोट आई। पुलिस ने बीचबचाव करा दिया। कार्रवाई नहीं की। मुल्हेडा में पुलिस चौकी होने के बावजूद पुलिस ने लापरवाही बरती। इसका परिणाम यह हुआ कि रात को दोनों पक्ष फिर से आमने-सामने आ गये। इस बार पथराव और फायरिंग हुई।
संघर्ष में नफीस, प्रधान कुलदीप, खालिद, हसरत, अली हसन और नाजिम घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। बता गया कि गोली लगने से हसमत घायल हुआ जबकि खालिद पर बुरी तरह से प्रहार किए गए उसके सर में गंभीर चोट आई है जिसे सरधना सीएचसी से मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया खालिद की हालत चिंताजनक बताई गई है। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस सत्ता के दबाव में पक्षपात पूर्ण काम कर रही है। इस संबंध में गांव मुलहेड़ा निवासी इंसाद की पत्नी श्रीमती हसीना ने थाने में तहरीर देते हुए बताया कि गुरुवार को मेरे भतीजे अहसान का मोहल्ले के ही साजिद पुत्र यामीन के साथ झगड़ा हो गया था जिसकी शिकायत दोनो ने पुलिस में की थी। चुनाव के बाद से ही साजिट पुत्र यामीन मौजूदा ग्राम प्रधान कुलदीप की टोली में शामिल रहता है और आये दिन हमे देख लेने की धमकी देता है। शाम के समय हमारे घर पर परिवार के कुछ लोग दोनों के बीच हुऐ झगडे का फैसला कराने की नीयत से बैठे थे।
तभी करीब 8 बजे साजिद पुत्र यामीन ने अपने साथ करीब 50 लोगों को लेकर आया और हमारे घर पर हमला बोल दिया। इनमें से आसिफ पुत्र यामीन तैमूर व कामिल पुत्रगण जब्बार, गफ्फार पुत्र फीजु, सन्नय्यर पुत्र गफ्फार, राशिद पुत्र बाल्ले उर्फ शौकीन व मुरसलीन पुत्र मेहरबान के हाथो में तलवार व चाकू ये जबकि इनमें साथ आये प्रधान कुलदीप पत्र चरण सिंह, कुलदीप शर्मा पुत्र प्रमोद व बिनु उर्फ बिनोद पुत्रगण स्व० टीका. राजेश उर्फ इझब्बर पुत्र स्व0 राजबल, अमित व बिनोद पुराण स्व0 राजकुमार, अर्जुन पुत्र किशोर बागडी, नरेन्द्र पुत्र जगमाल, पिन्टू पुत्र दिनेश व बिट्ट पुत्र ओमबीर के हाथों में बटूक, तमचे थे।
इनके साथ करीब 30 लोग मुह पर कपडा बांधकर घर मे घुसे थे जिनके हाथों में डंडे आदि थे। जब तक हम कुछ समझते यह लोग एक राय मशवरा होकर हम पर टूट पड़े। सभी बंदूक धारियों ने जान से मारने की नीयत से हम पर सीधी गोली चलानी शुरू कर दी और चाकू व धारदार हथियारों से इन सभी ने हम पर वार करना शुरू कर दिया। मैने व मेरी पुत्रवधू शहिस्ता ने हैवान बने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने हमारे कपड़े फाड दिये और हमारे पेट पर लात मारकर हमें गिरा दिया।
हमने घर में खड़े वाहनों के नीचे छिपकर जान बचाने का प्रयास किया मगर उन्होंने हमारे वाहनों में भी जमकर तोड फोड की हमले के दौरान हमारे जेवरात भी लूटकर कर ले गए जेवरात कहीं गुम हो गये। हमारे घर पर हुए इस हमले में मेरा भतीजा खालिद, जेठ अलीहसन और टेवर हसरत समेत कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं । हमले से उसका पूरा परिवार भयभीत है और हमें अपने जान माल की सुरक्षा की चिंता सता रही । आपसे विनती है कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर हमे न्याय दिलाने की कृपा करें ।
पुलिस ने श्रीमती हसीना की तहरीर पर उक्त आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है उधर साजिद ने भी छह लोगों को नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी है जिसमें पुलिस ने नफीस को गिरफ्तार कर लिया है नफीस पक्ष के लोगों का कहना है कि पुलिस ने पहले नामजद आरोपी प्रधान कुलदीप को गिरफ्तार किया था लेकिन बाद में सत्ता के दबाव में आकर पुलिस ने प्रधान कुलदीप को छोड़ दिया है पीड़ित पक्ष ने पुलिस से निष्पक्ष का कार्य करने की गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है । थाना प्रभारी बृजेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी ।सरधना