प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना की यात्रा पर पहुंचे और राष्ट्रपति महामा के साथ कई महत्वपूर्ण समझौते किए. सबसे अहम करार रेयर अर्थ मिनरल्स की माइनिंग को लेकर हुआ, जो चीन के प्रभुत्व को चुनौती देने की दिशा में बड़ा कदम है. दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का संकल्प लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की विदेश यात्रा के पहले चरण में पश्चिम अफ्रीकी देश घाना पहुंचे. घाना पहुंचने पर अकरा के कोटोका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को घाना के राष्ट्रीय सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया. घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा द्वारा पीएम मोदी को ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया,
घाना में पीएम मोदी ने वहां के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देने वाले कई ऐतिहासिक समझौते किए. इस दौरान सबसे अहम समझौता रेयर अर्थ मिनरल्स की माइनिंग को लेकर हुआ. जिसे रणनीतिक दृष्टि से चीन के एकाधिकार को चुनौती देने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और घाना ने अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा, “भारत घाना की विकास यात्रा में न केवल भागीदार है, बल्कि सह-यात्री भी है.” घाना की राजधानी अक्रा पहुंचने के कुछ ही घंटों बाद दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बैठक हुई, जिसमें संस्कृति, पारंपरिक चिकित्सा, व्यापार और निवेश जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई और चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए.
रेयर अर्थ मिनरल्स पर अब तक चीन का लगभग एकाधिकार रहा है, जो भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) और रक्षा क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था. लेकिन अब भारत और घाना के बीच हुआ यह करार चीन के प्रभुत्व को चुनौती देने की दिशा में निर्णायक कदम है. इस समझौते के तहत भारत को घाना से स्थायी और भरोसेमंद स्रोत मिलेगा, जिससे रणनीतिक औद्योगिक उत्पादन को मजबूती मिलेगी और चीन पर निर्भरता कम होगी.
बैठक में दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। घाना के सहयोग के लिए भारत आभार व्यक्त करता है.”उन्होंने यह भी कहा कि भारत और घाना वैश्विक शांति और स्थिरता के पक्षधर हैं और सुरक्षा सहयोग को भी नई दिशा देंगे.