- साहित्य को समपिर्पित है काव्य संकलन की अनूठी पुस्तक
- ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित भव्य कवि सम्मेलन का भी किया आयोजन
त्रिनाथ मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार
मेरठ। साहित्य और संस्कृति को समर्पित कलमपुत्र काव्यकला मंच एवं पत्रिका के तत्वावधान में साझा काव्य संकलन ‘साहित्य के स्वर’ के ग्यारहवें संस्करण का विमोचन समारोह एवं ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित भव्य कवि सम्मेलन दिनांक 15 जून (रविवार) 2025 को मारवाड़ी भोज सभागार, मैट्रो प्लाज़ा, दिल्ली रोड, मेरठ में आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथिं डॉ. आर.सी. गुप्ता जी (प्राचार्य, लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज, मेरठ) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ कवि सत्यपाल सत्यम्ा मंच पर उपस्थित रहे तथा दीप प्रज्वलन का सौभाग्य जयवीर सिंह डोयला जी (अध्यक्षः पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, जिला-मेरठ) को प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में कई विशिष्ट जनों का सान्निध्य प्राप्त हुआ, जिनमें सर्व अरविन्द मारवाड़ी (वरिष्ठ भाजपा नेताद्), ज्ञान दीक्षित (दादा साहब फाल्के फल्म फाउंडेशन, मुंबई अवार्डी), ओ.पी. रतूड़ी (सेवानिवृत्त ज्वॉइन्ट कमिश्नर, जीएसटीद्), दीवान गिरि (से.नि. डीएसपी),, अशोक गौड़ (कहानीकार) और समाजसेविका रेखा वाधवा प्रमुख हैं।
साझा काव्य संकलन ‘साहित्य के स्वर’ में भारत के राज्यों के विविध विधओं के कवियों की सृजनधर्मिता को स्थान दिया गया है। इनमें प्रमुख हैं- लखनऊ से सर्वधुरेन्द्र स्वरूप बिसरिया ‘प्रभंजन’, सुशील कुमार, अरविन्द रस्तोगी, करनाल हरियाणा से अशोक वशिष्ठ, भारत भूषण वर्मा, भोपाल से आशुतोष मिश्रा, गुरुग्राम हरियाणा से लक्ष्मी ‘शेरा’ (गुरुग्राम), हर्ष कुमार (फरीदाबाद), पूनम मिश्रा (गुरुग्राम), रुड़की से प्रदीप कुमार, दिल्ली से सुखवीर सिंह तेवतिया, गाजियाबाद से अरुण साहिबाबादी, सुमन अग्रवाल (नोयडा), मेरठ से डॉ.अरविन्द कुमार नादां, धुरव कुमार श्रीवास्तव, रेखा गिरीश, शशि खन्ना, मंगल सिंह ‘मंगल’, बीना सिंह ‘मंगल’, प्रदीप अग्रवाल ;शा.नगर, मेरठद्ध, जगदीश प्रसाद, सुशील कृष्ण गुप्ता, डॉ0 शोभा रतूड़ी, सीमा गुप्ता, राजबाला कपिल, विजयपाल साँवरिया, अतिवीर जैन ‘पराग’, रेखा वाध्वा, सलीम खान थे । कार्यक्रम का संचालन व संयोजन चरणसिंह स्वामी द्वारा किया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित कवि सम्मेलन में कवियों के शब्दों की सुरम्यता, विचारों की ऊँचाई और अभिव्यक्ति की विविधता ने इसे ऊँचाईयों पर पहुँचाया। मुख्य अतिथि डॉक्टर आरसी गुप्ता ने कार्यक्रम को बहुत ही भाव बताते हुए कहा कि आप ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित यह कवि सम्मेलन एवं काव्य संकलन अपने आप में अद्भुत है इसका संयोजन करने के लिए चरण सिंह स्वामी बधाई के पात्र हैं।
चरणसिंह स्वामी ने ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित कविता पढ़ी-शायद तुम सुधरोगे, शायद पास में आओगे। शायद प्यार करोगे हमसे और गले लगाओगे। यही सोचकर हमने अपने आगे कदम बढ़ाये थे, शान्ति कबूतर यही सोचकर हमने सभी उड़ाये थे।
कार्यक्रम अध्यक्ष कवि सत्यपाल ‘सत्यम्’ ने सुनाया- चांद से उतरती ये चांदनी तो दीखती है, चांद पर लगा हुआ कलंक नहीं दीखता। हमें जग का विकास तो दीखता है, धुआ-धुंआ होता ये वतन नहीं दीखता। अन्य गणमान्य लोगों में सुरभि परिवार के अध्यक्ष दिनेश तलवार समाजसेवी विनोद कुमार खन्ना गुंजन स्वामी आदि उपस्थित रहेे।



